उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश के एक करोड़ 20 लाख उपभोक्ताओं को राहत दी है। आयोग ने इन उपभोक्ताओं की बिजली दर में प्रति यूनिट 35 पैसे की कटौती कर दी है। अब उन्हें हर यूनिट के लिए सिर्फ ₹3 बिजली बिल चुकाना होगा। अब तक यह ₹ 3.35 प्रति यूनिट था।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में घरेलू बिजली बिल में कमी करने का वादा पूरा हो गया है। शनिवार को उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए नई दरें घोषित कीं। नई व्यवस्था में आयोग ने बिजली उपभोग दरों को तो कम किया ही है, अधिकतम स्लैब सीमा को भी कम किया है। अब तक लागू 7/यूनिट का स्लैब समाप्त कर दिया गया है।
शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को बिल में राहत दी गई है। नई दरों की बात करें तो प्रदेश के शहरी विद्युत उपभोक्ताओं के लिए शून्य से 100 यूनिट तक ₹5.50 प्रति यूनिट, 101 से 150 यूनिट तक ₹5.50 प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक प्रति यूनिट ₹6.00 और 300 यूनिट के ऊपर ₹6.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से दरें निर्धारित की गई हैं। जबकि शहरों में घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक प्रति यूनिट 3.00 रुपये के हिसाब से बिल देना होगा।
इसी तरह, ग्रामीण घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को जीरो से 100 यूनिट तक ₹3.35 प्रति यूनिट, 101-150 यूनिट तक ₹3.85 प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक ₹5.00 प्रति यूनिट और 300 से ऊपर यूनिट होने पर ₹5.50 प्रति यूनिट देना होगा। जबकि, ग्रामीण घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक तीन रुपये में बिजली दी जाएगी। ग्रेटर नोएडा में बिजली दरों में करीब 10 फीसदी की कमी की गई है।
नई बिजली दरों के संबंध में उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष और राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा है कि नियामक आयोग ने उपभोक्ता परिषद की ज्यादातर मांगों को मान लिया है।