हरियाणा के नूंह, मेवात में हुई हिंसा को लेकर जारी बुलडोजर एक्शन पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. हरियाणा सरकार द्वारा नूंह में किए जा रहे बुलडोजर एक्शन पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया और यह आदेश जारी किया. नूंह में अवैध निर्माणों पर प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है.
37 जगहों पर चल चुका है बुलडोजर
नूंह में अब तक 37 जगहों पर 57.5 एकड़ जमीन से अवैध निर्माण हटा दिए गए हैं. नूंह में अब तक 162 स्थाई और 591 अस्थाई निर्माण गिराए जा चुके हैं. इतना ही नहीं नूंह के पुन्हाना, पिंगनवा, नगीना, टौरू और फिरोजपुर झिरका में प्रशासन की अलग-अलग टीमों ने अर्धसैनिक बल और पुलिस के साथ पहुंचकर अतिक्रमण हटाया.
आरोप है कि यहां कई अवैध निर्माण थे औक उन होटल को अवैध तरीके से बनाया गया था जहां से दंगाई पथराव कर रहे थे. हरियाणा पुलिस ऐसी सभी इमारतों की पहचान कर रही है जहां से पत्थर फेंके गए थे. पुलिस अधिकारी का कहना है कि ऐसी सभी इमारतों पर एक्शन होगा.
हिंसा के आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस हिंसा में शामिल आरोपियों की तलाश में जुटी है. लगातार अलग अलग जगहों पर छापेमारी की जा रही है. अब तक 56 FIR दर्ज की गई हैं. 147 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से 8 लोगों को पड़ोसी राजस्थान के भरतपुर-अलवर से गिरफ्तार किया गया है
31 जुलाई को हिंसा के बाद से जारी है एक्शन
बता दें कि हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद सरकार एक्शन मोड में आ गई है. सरकारी एजेंसियों ने उपद्रवियों की तलाश शुरू कर दी है. उनकी अवैध संपत्तियों को भी ढहाया जा रहा है. इसके साथ ही उन जगहों का भी पता लगाया जा रहा है, जहां से पत्थरबाजी की घटनाएं हुई हैं. शनिवार को प्रशासन ने हिंसा के दौरान जिस होटल से पत्थरबाजी हुई थी, उसको बुलडोजर से ढहा दिया है. पूरे हरियाणा में करीब 104 एफआईआर दर्ज की गई हैं. करीब 216 गिरफ्तारियां हुई हैं और 83 लोगों को हिरासत में लिया है.
अतिक्रमण के खिलाफ जारी रहेगा अभियान – डीएम
जिला प्रशासन ने शनिवार को नलहर मेडिकल कॉलेज के आसपास की 2.6 एकड़ जमीन समेत 12 अलग-अलग स्थानों पर अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया. डीएम ने कहा, अवैध निर्माण और असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई चलती रही है. ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है. एसडीएम अश्विनी कुमार ने कहा, ये अवैध निर्माण थे. तोड़े गए निर्माणों के मालिकों को पहले ही नोटिस दिए गए थे. ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में कुछ अवैध निर्माण के मालिक भी शामिल थे. अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा