संवाददाता जीके कुर्रे जिला सक्ति cg
बाबा साहब के 134 वें जयंती के तारतम्य में आमगांव में अशोक स्तंभ मैत्री विहार प्रांगण में हुआ आयोजन
सक्ती बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के 134 वें जयंती के अवसर पर आज 13 अप्रैल, रविवार को आमगांव जैजैपुर मे बाबा साहब ज्ञान के प्रतीक परीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के जीवन संघर्ष पर आधारित यह बौद्धिक परीक्षा का आयोजन आज दिनांक 13 अप्रैल 2025, रविवार को समय 9:00 से 10:00 बजे तक स्थान अशोक स्तंभ मैत्री विहार प्रांगण आमगांव में आयोजित की गई। वहीं इस बौद्धिक परीक्षा में कक्षा नौवीं से लेकर स्नातक तक के छात्र -छात्राएं शामिल हुए। इस परीक्षा में प्रथम स्थान कृतज्ञ राय ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान रिया रात्रे तथा तृतीय स्थान पर दीक्षा बौद्ध रहीं। इन्हें स्मृति चिन्ह के साथ प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। वहीं अन्य प्रतिभागियों को भी सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया । इस मौके पर पर मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता मनहरण मनहर संरक्षक प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज जिला सक्ती, श्याम लाल सितारे संयोजक, प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज सक्ती, उदय मधुकर जिला प्रवक्ता, टी. आर.बर्मन, प्रताप सिंह राय, उमेंद मनहर, नरेन्द्र कुमार मनहर, गोरेलाल राय, तीजराम काठले, शुकलाल बंजारे, अशोक बौद्ध, मोहन लाल कुर्रे, नंदुराम पलांगे तथा पत्रकार योम प्रकाश लहरे, उपस्थित रहे। इस मौके पर परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों सहित उप ग्रामवासियों एवं सामाजिक प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मनहरण मनहर ने कहा आज समाज में ऐसे बौद्धिक कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता है । समाज में संतों, गुरूओं और महापुरुषों की विचारधारा को समाज में पुनर्स्थापित करने वैचारिकी पर आधारित ऐसे आयोजनों की जरूरत पर बल दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षक श्याम लाल सितारे ने कहा कि हमें बाबा साहब डॉ अम्बेडकर के जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की बात कही। उन्होंने परीक्षार्थियों से अपने लिए लक्ष्य बनाकर उसके प्राप्ति के मेहनत करने के लिए कार्य करने कुछ बात कही। उदय मधुकर ने कहा आज जरूरत इस बात की है कि हम सब बाबा साहब के विचारों का भारत बनाने सच्चे मन से उनके विचारों को आत्मसात कर आगे बढ़ें । कार्यक्रम का सफल संचालन आमगांव के पूर्व सरपंच टी. आर . बर्मन ने किया।
