हरिद्वार में बाबा रामदेव ने गंगा किनारे वीआइपी घाट पर योग प्रोटोकॉल रिहर्सल की. इस दौरान उन्होंने कहा कि चीन का बहिष्कार कर उसको आर्थिक मोर्चे पर भी घेरना चाहिए. उन्होंने चाइनीज प्रोडक्ट का बहिष्कार कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही.
हरिद्वार। योगगुरु बाबा रामदेव की 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की तैयारी जोरो पर है. इसी के तहत बाबा रामदेव ने गंगा किनारे वीआइपी घाट पर योग प्रोटोकॉल रिहर्सल की. इस दौरान बाबा रामदेव ने लोगों से योग को अपने जीवन में उतारने की अपील करते हुए कहा कि योग एक आंदोलन है, इसलिए पूरी दुनिया को इसे अपनाना चाहिए. बाबा रामदेव ने लोगों से 21 जून को 21 आसन, 5 सूक्ष्म व्यायाम और 5 प्राणायाम करने के साथ ही एमएनसी और चाइनीज प्रोडक्ट का बहिष्कार कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही.
बाबा रामदेव ने चीन को जाहिल, गैर जिम्मेदार और क्रूर साम्राज्यवादी देश बताते हुए कहा कि हिंदी चीनी भाई भाई के सन्देश को भुलाकर पुराने नियम कानून को भी भुला देना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी जी को चीन के अंदर घुसकर उसे सबक सिखना चाहिए और चीन का बहिष्कार कर उसको आर्थिक मोर्चे पर भी घेरना चाहिए. बाबा रामदेव ने कहा कि चीन नेपाल को उकसा कर भारत और नेपाल के बीच तनाव पैदा करना चाहता है लेकिन इसमें चीन कामयाब नहीं होगा. नेपाल और भारत का धर्म संस्कृती का रिश्ता है, राम और सीता के जमाने से दोनों एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं.
बाबा रामदेव ने एक बार फिर जल्द ही कोरोना का इलाज करने का दावा किया और कहा कि पतंजलि ने पहले कोरोना पर क्लिनिकल कंट्रोल स्टडी की और क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल भी पूरा हो चूका है. बहुत जल्द ही वो कोरोनिल और श्वसारी से देश और पूरी दुनिया को कोरोना से बचा सकेंगे. दुनिया को कोरोना मुक्त बनाने के लिए पतंजलि की ये बड़ी उपलब्धि है. वहीं, उन्होंने कहा कि कोरोना की दवा किट बनाने का काम जारी है और 21 जून के बाद वो इसको लॉन्च करने की तारीख भी बता देंगे.
बदला गया कार्यक्रम स्थल
हालांकि पूर्व में यह कार्यक्रम हरकी पैड़ी पर आयोजित किए जाने की पतंजलि की ओर से आधिकारिक जानकारी दी गई थी। गत देर शाम कार्यक्रम स्थल बदला गया। बताया जा रहा है कि हरकी पैड़ी पर कार्यक्रम को लेकर योग गुरु की ओर से श्री गंगा सभा से न तो कोई वार्ता की गई और न ही विश्वास में लिया गया।
इस पर श्री गंगा सभा ने आपत्ति दर्ज कराई थी। श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि हरकी पैड़ी पर कार्यक्रम को लेकर श्री गंगा सभा से न ही कोई अनुमति ली गई है और न ही उन्हें विश्वास में लिया गया है। ऐसे में हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड और मालवीय द्वीप पर कार्यक्रम का आयोजन संभव नहीं है। इसके बाद भी यदि कार्यक्रम होता है तो वह आपत्ति दर्ज करेंगे। इसके बाद पतंजलि की ओर से कार्यक्रम स्थल बदल दिया गया। पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारेवाला ने इसकी पुष्टि की थी।
योग शारीरिक शुद्धता व एकाग्रता बढ़ाने में लाभदायक
पतंजलि विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित योग सप्ताह वर्चुअल वेबिनॉर की शुरुआत विवि के सहायक प्राध्यापक स्वामी परमार्थदेव के व्याख्यान से हुई। जिसमें मानव जीवन के कल्याण एवं राष्ट्र को महान बनाने पर जोर दिया गया।
उन्होंने अखंड-प्रचंड पुरुषार्थ व विकल्प रहित संकल्प को अपने जीवन में अपनाने की सलाह दी। दूसरे सत्र में भारत स्वाभिमान एवं पतंजलि योग समिति के केंद्रीय प्रभारी डा. जयदीप आर्य ने जीवन कल्याण के लिए अष्टांग योग, विषय पर अपने विचार रखते हुए महर्षि पतंजलिकृत अष्टांग योग के आठों चरणों की व्यावहारिक एवं लोकोपयोगी व्याख्या प्रस्तुत की।