लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (अल्पसंख्यक मोर्चा) के प्रदेश उपाध्यक्ष अमील शम्सी ने वक्फ बिल को लेकर समाजवादी पार्टी और उसके प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और अन्य तथाकथित सेक्युलर दल मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के माध्यम से मुस्लिम समाज को गुमराह कर रहे हैं।
अमील शम्सी का बयान:
“बिल के संबंध में जिस तरह से मुस्लिम समाज को गुमराह किया जा रहा है मैं उसकी घोर निंदा करता हूं और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जी से मैं पूछना चाहता हूं कि अखिलेश यादव ये जवाब दें कि:
- जिस वक्त 2012 से लेकर 2017 के बीच में जब अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उनकी सरकार थी, तो क्यों सबसे ज्यादा वक्फ संपत्तियों को नुकसान उनके कार्यकाल में हुआ?
- क्यों 90 बीघा जमीन मात्र ₹1 में आजम खान की पत्नी को दे दी गई थी?
- क्यों शिवालय की जमीन को मुख्तार अंसारी के दबाव में वक्फ में दर्ज करा दिया गया था?
उन्होंने कहा: “जिसे अब माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जब नया वक्फ बोर्ड बनाया और अली ज़ैदी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बने, उस समय उस जमीन को वापस शिवालय को दिलाने का काम किया गया। क्या अखिलेश यादव के कार्यकाल में ऐसा हुआ?”
शम्सी की अगली टिप्पणी:
“अखिलेश यादव आज वक्फ बिल के विरोध में जो बोल रहे हैं, उन्होंने ही सबसे ज्यादा वक्फ संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने बहुबलियों को प्रोत्साहित किया, जिससे वक्फ की संपत्तियों को लूटा गया।”
शम्सी ने कहा: “समाजवादी पार्टी की सरकार ने वक्फ को लूटने का काम किया है और उसे तबाह-बर्बाद किया है।”
वक्फ बिल पर शम्सी की राय:
“कोई अधिकार नहीं है अखिलेश यादव को वक्फ बिल पर एक भी बात कहने का। आज वक्फ बिल जो संसद में पेश हो रहा है, वह मुस्लिम समाज और वक्फ के हितों के लिए है। वह वक्फ की संपत्ति का सही इस्तेमाल करने और मुस्लिम समाज के उद्धार के लिए है। जो भी लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वे मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं, ठीक उसी तरह जैसे सीर मेडम एक्ट, 3 तलाक और अनुच्छेद 370 के दौरान गुमराह किया गया था।”
शम्सी का संदेश:
“मुसलमानों को बहकाए नहीं, बल्कि उनके उद्धार की बात करें। मुसलमानों का सिर्फ वोट बैंक समझ कर इस्तेमाल किया जा रहा है। अब छोड़ दीजिए मुसलमानों को मुख्य धारा से जोड़ने की बात, जो भारतीय जनता पार्टी द्वारा की जा रही है, और सभी को मिलकर इसका समर्थन करना चाहिए।”
अखिलेश यादव को निशाना:
आखिर में शम्सी ने अखिलेश यादव से कहा,
“अखिलेश यादव जी, आप आज वक्फ की संपत्तियों पर बात कर रहे हैं, तो पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखिए कि किस तरह से समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में वक्फ संपत्तियों की लूट हुई।
- “जब मुसलमानों ने इनकी सरकार के दौरान वक्फ संपत्तियों की सीबीआई जांच की मांग की थी, तो अखिलेश यादव और आजम खान ने उन पर लाठियां बरसाई, जिनमें एक रोजेदार शहीद हो गया था।”
- “तो अखिलेश यादव को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए, फिर वक्फ पर कोई बात करें।”