UP कमाल की जालसाजी : CM का भी फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र कर दिया जारी ……

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक स्वास्थ्य विभाग का संविदा कर्मी भी है। पूछताछ में उन्होंने वाट्सएप के माध्यम से उनके पास प्रमाण पत्र बनाने के लिए नाम-पता भेजे जाने की जानकारी दी। पुलिस उस वाट्सएप नंबर को भी ट्रेस करने में जुटी है। पकड़े गए पांचों आरोपियों को विभिन्न धाराओं में जेल भेज दिया।

पुलिस लाइंस में एएसपी टीएन त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि दस फरवरी को सीएमओ कार्यालय के जन्म-मृत्यु अनुभाग में डाटा प्रोसेसिंग असिस्टेंट मनोज कुमार ने दस फरवरी को तहरीर देकर सदर कोतवाली में केस दर्ज कराया था। उनका कहना था कि मनोहर लाल पुत्र हरवंश लाल के नाम से दो फरवरी को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है, जो पूरी तरह फर्जी है। पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की।

पकड़े गए आजमगढ़ जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के हरैया निवासी प्रशांत मौर्या पुत्र रामरतन मौर्या, मोनू शर्मा उर्फ शिवानंद शर्मा पुत्र उग्रनाथ शर्मा निवासी हरैया, पोस्ट भवरनाथ, थाना कोतवाली शहर, आजमगढ़, अंसार अहमद पुत्र स्व. कमरूद्दीन अंसारी निवासी मेहनगर बाजार, आजमगढ़, मो. कैफ अंसारी पुत्र अली हुसैन निवासी ग्राम गौरा, थाना मेहनगर, जनपद आजमगढ़ और यशवंत पुत्र बदन सिंह निवासी रिवाडी, थाना सकिट, जनपद एटा (जन्म मृत्यु आंकड़ा अनुभाग में स्टेट कोऑर्डिनेटर के पद पर संविदा कर्मी) ने फर्जी प्रमाण पत्र जारी होने की बात स्वीकार की। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त 04 लैपटाप और 07 मोबाइल फोन बरामद हुआ है। आरोपियों को पकड़ने में दारोगा संजीव कुमार राय, मुख्य आरक्षी जगदीश मौर्या, मुख्य आरक्षी अतुल सिंह, मुख्य आरक्षी सौरभ कुमार राय, मुख्य आरक्षी प्रकाश सिंह, आरक्षी अमित सिंह, आरक्षी रितेश सिंह पटेल, आरक्षी अजीत यादव का अहम योगदान रहा।

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