एक आम सी लड़की को SDM बनाने का खामियाजा भुगत रहा है आलोक मौर्य! अपनी मेहनत की कमाई से बनाया…..

बरेली की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य अपने पति सफाईकर्मी आलोक मौर्य को छोड़ने को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों के गुस्से का शिकार हो रही हैं। मामले से जुड़ी अब तक की कहानी जो बाहर आई है वह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। ज्योति मौर्य का मायका वाराणसी में है। वह बेहद साधारण परिवार से हैं, ज्योति के पिता वाराणसी में ही एक छोटी से दुकान चलाते हैं। ज्योति बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थीं। हालांकि इसके बाद भी घरवालों ने 2010 में ज्योति की शादी ग्रेजुएशन करने के दौरान ही प्रयागराज के धूमनगंज में तैनात आलोक मौर्य से कर दी गई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शादी के बाद जब ज्योति अपनी ससुराल पहुंची तो पति आलोक ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्होंने ही उनकी आगे की पढ़ाई पूरी करवाई। इस बीच आलोक को फोर्थ श्रेणी की नौकरी मिल गई। आलोक ने खुद बतौर सफाईकर्मी की नौकरी कर ज्योति को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पढ़ाई के साथ-साथ कामयाब बनाने के लिए आलोक ने प्रयागराज में ही ज्योति की यूपीपीसीएस की तैयार करवाई। पढ़ने-लिखने में तेज होने की वजह से ज्योति मौर्य ने वर्ष 2015 की पीसीएस परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की थी। इस सफलता का श्रेय तब उन्होंने अपने ससुर को दिया था। आजमगढ़ निवासी ज्योति पीसीएस बनने के बाद जौनपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज और लखनऊ में तैनात रह चुकी हैं। उनकी शादी 13 वर्ष पहले आलोक मौर्या से हुई थी, उनकी दो बेटियां भी हैं।

आलोक ने ज्योति और मनीष पर लगाए हैं हत्या की साजिश रचने के आरोप
ज्योति मौर्य व उनके होमगार्ड कमांडेंट प्रेमी मनीष दुबे पर प्रयागराज के धूमनगंज निवासी पति आलोक मौर्य ने हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। पति ने इसकी शिकायत होमगार्ड मुख्यालय में दर्ज कराई है। डीजी होमगार्ड वीके मौर्य ने प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट जनरल संतोष कुमार को जांच सौंपी है। वहीं, धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्य ने बताया कि ज्योति ने पति समेत अन्य पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है।

2015 में ज्योति पीसीएस में चयनित

विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, मनीष दुबे गाजियाबाद में होमगार्ड कमांडेंट के पद पर तैनात है। उसका एक महिला होमगार्ड के साथ अफेयर भी था। उस पर लखनऊ की एक युवती से विवाह करने का भी आरोप है। मूल रुप से आजमगढ़ निवासी पीड़ित पति प्रतापगढ़ में सफाईकर्मी है। आलोक की शादी 2010 में वाराणसी की ज्योति से हुई थी। 2015 में ज्योति पीसीएस में चयनित हो गई। कई जिलों में एसडीएम रहने के बाद वर्तमान में बरेली में तैनात है। 2015 में ही उसने जुड़वां बेटियों को भी जन्म दिया। आरोप है कि 2020 में वह होमगार्ड कमांडेंट मनीष के संपर्क में आई और पति से दूर होती चली गई।

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