समाजवादी पार्टी के संस्थापक और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव नहीं रहे। पिछले 10 दिन से मेदांता के आईसीयू और क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में जिंदगी और मौत के बीच जूझते रहने के बाद नेताजी ने सोमवार सुबह 8 बजे के करीब अंतिम सांस ली। 82 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। मुलायम सिंह यादव के निधन से देश भर में उनके समर्थकों और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं से जुड़कर काम करने वाले राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है। सीएम योगी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी सैफई के लिए रवाना हो गए हैं। यहां पहुंचकर दोनों नेता मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पिल करेंगे।
मुलायम का जाना राजनीति व समाज की बड़ी क्षति: ब्रजेश
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि दु:ख की इस घड़ी में हम उनके परिवार के साथ हैं। उनके निधन से मैं नि:शब्द हूं। वे कुशल राजनेता, वरिष्ठ प्रशासक, जमीनी नेता और बहुत अच्छे इंसान थे। उनका निधन राजनीति व समाज की बड़ी क्षति है। भारतीय मूल्यों में उनकी गहरी आस्था थी। डिप्टी सीएम ने कहा कि वे समाज के कमजोर और वंचित वर्ग के करोड़ों लोगों की आवाज थे। उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनगिनत प्रयास किए। उनका समर्पण और सेवाभाव लोगों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।
वृंदावन कट पर 12 मिनट तक रुकी मुलायम का पार्थिव शरीर लेकर पहुंची एंबुलेंस, मथुरा के लोगों ने दी श्रद्धांजलि
मथुरा के लोगों ने यमुना एक्सप्रेस वे के वृंदावन कट और मांट टोल पर पहुंचकर मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की। हालांकि एम्बुलेंस का गेट नहीं खोला गया और एम्बुलेंस पर फूल चढ़ा कर ही उन्हें मुलायम सिंह यादव के प्रति संवेदना व्यक्त करनी पड़ी। मुलायम सिंह यादव के शव को गुरुग्राम से सैफई जाते समय वाहनों का काफिला यमुना एक्सप्रेस वे पर होकर गुजरा। पहले मांट टोल पर एकत्र हुए सपाइयों ने काफिले के पहुंचते ही धरती पुत्र मुलायम सिंह अमर रहें के नारे लगाये। यहां एम्बुलेंस का गेट न खुलने पर कार्यकर्ताओं ने एम्बुलेंस पर ही पुष्प चढ़ाकर संवेदना व्यक्त की। इसके बाद एम्बुलेंस के साथ काफिला वृंदावन कट पर पहुंचा। वृंदावन कट पर कुछ वाहनों में पेट्रोल-डीजल डलवाया गया। यहां पर करीब 12 मिनट काफिला रुका रहा।