बर्मिंघम टेस्ट में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया — पहली बार इंग्लैंड को उसी के घर में हराया। ये जीत और भी खास बन गई क्योंकि कप्तानी की ज़िम्मेदारी निभा रहे शुभमन गिल ने ना सिर्फ टीम को 58 सालों बाद एजबेस्टन में जीत दिलाई, बल्कि खुद भी दोनों पारियों में मिलाकर 430 रन ठोक दिए। उनके इस कमाल के प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। मैच के बाद गिल ने बड़ी सादगी से कहा, “जो वादा पहले टेस्ट के बाद किया था, उसे निभाकर दिखाया।”
“किसे मिला जीत का क्रेडिट”
मैच के बाद शुभमन गिल का चेहरा जीत की खुशी से चमक रहा था, लेकिन उन्होंने पूरा क्रेडिट अपनी टीम को दिया। बोले, “हमारी बॉलिंग और फील्डिंग कमाल की रही। हमें अंदाज़ा था कि अगर इस विकेट पर 400 से 500 रन बना लिए, तो मैच में मज़बूती से टिके रहेंगे।”कैच छूटने की बात पर गिल ने साफ कहा, “हर बार ऐसा नहीं होता कि हम इतने मौके गंवाएं।”गेंदबाज़ों की तारीफ करते हुए उन्होंने दिल से कहा, “बॉलर्स ने वाकई जान लगाकर गेंदबाज़ी की। जिस तरह वो दोनों तरफ स्विंग करा रहे थे, और लगातार सही लाइन और लेंथ पर गेंद डाल रहे थे — ऐसी पिच पर इस तरह का प्रदर्शन करना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन उन्होंने इसे आसान बना दिया।”