राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले दुल्हन की तरह सजी रामनगरी- चंद घंटे बाकी…..

  • अयोध्या में भूमि पूजन की तैयारियां पूरी
  • सीएम योगी आदित्यनाथ ने परखी सुरक्षा
  • कोरोना की गाइडलाइन्स का होगा पालन

अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर भूमि पूजन में कुछ ही घंटे बचे हैं. ऐसे में पूरी अयोध्या को एक हाई सिक्योरिटी जोन में तब्दील कर दिया गया है. आसपास के जिलों से अयोध्या आने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. साथ ही अयोध्या के प्रमुख चौराहों पर सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं. हर आने-जाने वाले का आई कार्ड चेक करने के बाद ही उसे तभी शहर में प्रवेश करने दिया जा रहा है, जब वो अयोध्या का ही रहने वाला हो.

इसके आज सुबह से अयोध्या की सीमाओं से जाने वाले वाहनों के रूट भी डावयर्ट कर दिए गए हैं। यह डाइवर्जन भूमि पूजन कार्यक्रम की समाप्ति तक जारी रहेगा. बता दें कि इससे पहले सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने भूमि पूजन और सुरक्षा संबंधी तैयारियों का जायजा लिया है.

इतना ही नहीं राम मंदिर के पवित्र भूमि पूजन पर कोरोना का काला साया न पड़े इसके लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लखनऊ से जांच की 6 विशेष टीमें अयोध्या पहुंची हुई हैं. ये टीमें पूरी अयोध्या को सैनिटाइज करने के काम में जुटी हैं. गौरतलब है कि भूमि पूजन की तैयारियों के बीच राम मंदिर के सहायक पुजारी समेत कुछ सुरक्षाकर्मी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें तुरंत क्वारंटीन किया गया.

सदियों में बाद इस तरह सजी अयोध्या

अयोध्या को कई सालों में बाद इस तरह सजाया गया है. भूमि पूजन के कार्यक्रम को लेकर कई तैयारियां की गई हैं.

बता दें कि कल यानि बुधवार को प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी राम मंदिर के भूमि पूजन के साथ ही मंदिर की आधारशिला रखेंगे. भूमि पूजन के लिए देशभर के करीब आठ हजार पवित्र स्थलों से मिट्टी, जल और रजकण को एकत्र किया गया है. बताया गया है कि सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए देशभर से मिट्टी एवं जल का संग्रह किया है.

अयोध्या तैयार, बस मेहमानों का इंतजार!

बुधवार को दोपहर करीब 12 बजे के आसपास भूमि पूजन होना है, लेकिन उससे पहले आज ही सभी मेहमान अयोध्या पहुंच जाएंगे. सुरक्षा की दृष्टि से मंगलवार शाम को अयोध्या की सीमाएं सील हो जाएंगी. श्रीराम मंदिर के ट्रस्ट की ओर कुल 175 लोगों को भूमि पूजन के लिए निमंत्रण भेजा गया है, इनमें करीब 135 संत शामिल हैं जो देश के अलग-अलग हिस्सों से आएंगे. हर निमंत्रण कार्ड पर एक कोड है, जो सुरक्षा के चलते तैयार किया गया है.

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