मुखालिफत से मेरी शख्सियत संवरती है
मैं अपने दुश्मनों का भी एतराम करता हूं……
2 दिसंबर को मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र में ट्रक चालक और स्थानीय व्यक्तियों की मारपीट के मामले में आखिर अब पूरी तरह से राजनीतिक रूप ले लिया है थाना चरथावल पर दर्ज मुकदमे में पांच लोगों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है लेकिन चरथावल नगर पालिका अध्यक्ष मोहम्मद इस्लामुद्दीन को लेकर जो चर्चा चल रही थी उसे पर विराम लग गया है और पुलिस ने उनका गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन इस प्रकरण ने कई सारे सवाल भी खड़े कर दिए क्या राजनीतिक दबाव में किसी को भी जेल भेजा जा सकता है
मास्टर इस्लाम एक शांतिप्रिय और राजनीतिक आदमी है उनका इस तरह का कोई भी पिछला इतिहास नहीं है साथ ही मुस्लिम त्यागी बिरादरी के जिम्मेदार लोगों में आते हैं सिर्फ विरोधी पक्ष के दबाव में इस तरह से एक जनप्रतिनिधि को जेल भेजे जाने से लोगों में रोज है कई लोगों का कहना है कि यह गिरफ्तारी पूरी तरह से मास्टर इस्लाम के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र है हालांकि कई सारे ऐसे वीडियो हैं जिनमें मास्टर इस्लाम बीच बचाव करते नजर आ रहे थे लेकिन राजनीतिक दबाव के सामने पुलिस ने बिना तथ्यों की जांच किया उनको जेल भेज दिया है इस संबंध में को सादर राजू कुमार ने कहा कि मुकदमा पंजीकृत था तो अभियुक्त को जेल भेज दिया गया है किसी के गुना और बेगुनाहों का निर्णय कोर्ट करेगालेकिन सवाल अभी यही है कि आखिर वह कौन लोग हैं जो चरथावल की गंगा जमुना तहजीब को सांप्रदायिक बनाना चाहते हैं लोगों का आरोप है के मास्टर इस्लाम गरीब और कमजोर लोगों की आवाज उठाते थे इसलिए उनका निशाना बनाया गया है कुछ लोग जो राजनीति में उनका सीधे मुकाबले नहीं कर सकते वह उनको षड्यंत्र के तहत इस तरह के मामलों में फंसाना चाहते थे अब देखना है की कितनी जल्दी मास्टर इस्लाम जमानत पर बाहर आते हैं लेकिन कहीं ना कहीं इस घटना से पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है और प्रशासन पर पूरी तरह दबाव में काम करने का आरोप मास्टर इस्लाम समर्थकों द्वारा लगाया जा रहा है ….