मुस्लिम त्यागी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी मुजफ्फरनगर ने किया प्रतिभा सम्मान समारोह। छात्र-छात्राओं के साथ साथ बिरादरी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों को भी किया सम्मानित

मुस्लिम त्यागी के अलावा कई बिरादरी संगठनों के पदाधिकारी भी हुए शामिल

मुज़फ्फरनगर 26 अगस्त :। मुस्लिम त्यागी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी मुजफ्फरनगर के तत्वाधान में आज त्यागी बिरादरी के होनहार छात्र एवं छात्राओं का प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किरण फार्म, रूड़की रोड, मुज़फ्फरनगर में किया गया। जिसकी अध्यक्षता मास्टर खलील ने की और संचालन कलीम त्यागी ने किया।
इस अवसर पर सोसाइटी ने हाई स्कूल एवं इंटर मीडिएट के उन 50 छात्र एवं छात्राओं को प्रशस्ती पत्र, मोमेंटो और नक़द धनराशि देकर सम्मानित किया जिन्होंने 70 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त किये। मेरिट में आने वाले बच्चो को 1100-1100 रूपये और बाक़ी सभी बच्चों को 500-500 रूपये देकर पुरुस्कृत किया गया।
इंटर मीडिएट सी बी एस सी बोर्ड से सुमय्या त्यागी 96.40% नें प्रथम, मरिया वसीम त्यागी नें 92.60% द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
इंटरमीडिएट यूपी बोर्ड में नुसरत त्यागी ने 91.60% नंबर हासिल करके प्रथम और निशा त्यागी नें 86.20% नंबर प्राप्त करके द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
हाई स्कूल सी बी एस सी बोर्ड में मौ० समीर त्यागी नें 96% नंबर प्राप्त करके प्रथम स्थान और हया त्यागी नें 87.33% अंक प्राप्त करके द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
हाई स्कूल यू पी बोर्ड में फरहा त्यागी और मो० ज़ैद नें क्रमशः 87.33 और 84.80% अंक प्राप्त करके प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
तीसरा स्थान प्राप्त करने वालों में मंसूर अली, अफशा, अमन और मनतशा का नाम शामिल है।
प्रोग्राम में मुख्य अतिथि मास्टर इस्लामुद्दीन (चेयरमैन नगर पंचायत चरथावल) और विशिष्ट अतिथि सरपंच निजामुद्दीन मौजूद रहे।
इस अवसर पर बच्चों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि तरक़्क़ी का सिर्फ एक रास्ता है और वो है शिक्षा। अगर आपने अच्छी शिक्षा और संस्कार हासिल किये तो अपने जीवन में बुलंदी के शिखर तक पहुँच सकते हैं। एक सभ्य और संस्कारी समाज सिर्फ पढ़े लिखे नौजवानों ही से संभव है। उन्होने कामयाबी हासिल करने वाले बच्चों को मुबारक बाद दी और मुस्लिम त्यागी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी की भरपूर सराहना की। साथ ही उन्होंने सोसाइटी को अपना हर संभव योगदान देने का वादा किया।
इरशाद एडवोकेट ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज मुझे बहुत ख़ुशी हुई कि हमारे नौजवानों और क़ौम की फ़िक्र रखने वाले लोगों ने तालीम को लेकर एक मुहीम शुरु की, जिसकी जितनी सराहना की जाये कम है। सम्मान समारोह में लड़कियों की 90 प्रतिशत मौजूदगी को देखकर उन्होंने कहा की एक लड़का अगर पढता है तो एक फर्द पढता है लेकिन एक लडकी पढ़ती है तो पूरा खानदान तालीम याफ्ता हो जाता है। लेकिन लड़कों को भी चाहिए कि पढ़ाई पर ज़्यादा से ज़्यादा ध्यान दें। उन्होंने तालीम से ज़्यादा तरबियत पर तज्जोह करने पर ज़ोर दिया।
मासूम त्यागी प्रिंसिपल ने कहा कि ये सोसाइटी शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रही है और मुझे उम्मीद है कि आगे चलकर ये सोसाइटी क़ौम के बच्चों के कैरियर को संवारने में अपना महत्वपूर्ण किरदार अदा करेगी और हम वादा करते हैं कि तालीम को बढ़ाने के लिए जो भी क़दम बढ़ाया जायेगा हम सब बिरादरी के लोग मिलकर इनका सहयोग करेंगे।
सोसाइटी के अध्यक्ष मुरसलीन त्यागी (पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य) ने कहा कि ये सोसाइटी का तीसरा सम्मान समारोह है। हम बिरादरी के बच्चों को शिक्षा के उच्च शिखर पर देखना चाहते हैं और इसके लिए हमें जितनी कोशिश करनी पड़े हम करते रहेंगे। ये सम्मान समारोह एक छोटा सा आयोजन है, भविष्य में हम इससे बेहतर करने का प्रयास करेंगे। इसके लिए हमें समाज के पढ़े लिखे और अच्छी सोच के लोगों को आगे आने की ज़रूरत है। शिक्षा के मैदान में मौजूदा व आने वाली पीढ़ी का कैरियर संवारने में हमारी मदद करने के लिए लोग आगे आएं और हम जो काम नहीं कर पर रहे हैं उनमें हमारा मार्गदर्शन करें।
सोसाइटी के महासचिव शहज़ाद त्यागी ने कहा कि आज हमारे समाज की बेटियां तालीम को लेकर बहुत सीरियस हैं जबकि हमारे लड़के शिक्षा में पीछे हटते जा रहे हैं। ये नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज की पढ़ी लिखी बेटियां जब दूसरे घर जाएंगी तो मुझे उम्मीद है वहां के माहौल को भी अपनी सालाहियतों से बदलने का प्रयास करेंगी। बेटियां एक अच्छे समाज को बनाने में बड़ा योगदान दे सकती हैं। एक पढ़ी लिखी लड़की अनपढ़ लड़की से कहीं ज़्यादा अच्छा कर सकती है।
कलीम त्यागी ने कहा कि मुस्लिम त्यागी बिरादरी में एक चलन आम हो गया है कि बेटों को थोड़ा पढ़ाया और सऊदी अरब रवाना कर दिया, वो वहां जाकर मज़दूरी करके और उनकी गुलामी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है और यहाँ उसके बच्चे बाप की गैर मौजूदगी और पैसे की फरावानी में बिगड जाते है। उसको समझाने वाला तो कोसों दूर बैठा हुआ है। इसलिए मेरी आप सभी लोगों से दर्खास्त है कि अपने बच्चों की तालीम और तरबियत अपने सामने करें। आधी रोटी खाएं लेकिन अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर तालीम दिलायें।
आशु चौधरी जाट फैड़रेशन अध्यक्ष ने कहा कि हमारे समाज में दहेज एक बड़ी लानत बन चुका है। बिरादरी के लोगों से अपील है कि अपने बेटों की शादी पढ़ी लिखी लड़कियों से बिना किसी दहेज के करें और पढ़े लिखे लड़कों को भी यह वादा करना होगा कि हम अपनी शादी में दहेज नहीं लेंगे बल्कि अच्छे घराने की तालीम याफ्ता लड़की से शादी करेंगे। तभी समाज से तलाक जैसी लानत को दूर किया जा सकता है।
शाहनज़र प्रधान ने कहा कि त्यागी बिरादरी के लोग अक्सर काश्तकार हैं लेकिन अब उनकी ज़मीनें बटते बटते बहुत कम रह गई हैं और सभी को मालूम है कि अब सरकारी और प्राइवेट नौकरी मिलना टेढ़ी खीर बन चुका है लिहाज़ा अपने बच्चों को नौकरी लेने के लिए नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनाने की कोशिश करें। उन्हें व्यापरी बनायें क्योंकि हमारे पैगंबर सल० ने भी बताया कि तिजारत में बरकत है। कारोबार चाहे छोटा हो, मेहनत और ईमानदारी से करें तो तरक़्क़ी के रास्ते खुल जाते हैं।
समारोह में मा० इस्लामुद्दीन को सर सय्यद तालीमी एवार्ड, सरपंच निजामुद्दीन को मौलाना अबुल कलाम एकता अवार्ड से नवाज़ा गया। इसके आलावा समाज सेवा एवं तालीम के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर टीम कोशिश चरथावल से हुसैन त्यागी, साकिब नूर, उवैस अरमान व साहिब अनवर को भी मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
प्रोग्राम में मा० इस्लामुद्दीन चेयरमैन, सरपंच निजामुद्दीन, इदरीस प्रमुख, हाजी शाहिद त्यागी डॉ० शमीम मलिक, मा० नदीम मलिक आशु चौ० व साजिद चौ० (मुस्लिम जाट फैडेरेशन) मौ० इकराम क़स्सार व उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गनाइज़ेशन से तहसीन असारवी, उर्दू टीचर एसोसिएशन से मा० रइसुद्दीन राना, डॉ० फर्रुख हसन, साहिल सैफी, मौलाना बासित, फुरकान नेता जी, जावेद प्रधान, नौशाद त्यागी, निसार प्रधान, आबाद त्यागी, सलमान त्यागी, साबिर त्यागी, तस्लीम त्यागी, चौ० साजिद हसन, मोहसिन त्यागी, मूसा त्यागी, इरफ़ान त्यागी, कुर्बान त्यागी, मो० इस्लाम, मास्टर नसीम, मो० ईसा, अय्यूब प्रधान, हाजी नसीम नावला, गफ्फार त्यागी, राशिद सिद्दीकी, बाबू मासूम अली, डॉ० मुजाहिद, डॉ० आज़म त्यागी, इक़रार त्यागी आदि मौजूद रहे।
प्रोग्राम को कामयाब बनाने में मुरसलीन त्यागी, शहज़ाद त्यागी, शाहनज़र प्रधान, ज़ाकिर प्रधान, इशरत त्यागी, साजिद हसन त्यागी, इसरार त्यागी, कलीम त्यागी, सलीम त्यागी, ईसा प्रधान, ख़ादिम हुसैन, इफ़्तेखार त्यागी,आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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