डॉक्टर भी हूं, नशे की बीमारी का करूंगा खात्मा.. डॉ. अतुल वर्मा को हिमाचल प्रदेश का नया डीजीपी बनाया गया है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने चुनाव आयोग की अनुमति के बाद बुधवार को प्रदेश सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी की थी। डॉ. वर्मा 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। डॉ. अतुल वर्मा ने प्रारंभिक शिक्षा डिनोबली स्कूल डिगवाडीह (धनबाद) से पूरी की थी। इसके बाद एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। अतुल वर्मा के फिलहाल सीआईडी प्रमुख का जिम्मा था। संजय कुंडू के सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें प्रदेश पुलिस का प्रमुख नियुक्त किया गया है। डा. अतुल वर्मा को हिमाचल प्रदेश का नया डीजीपी बनाया गया है। वर्ष 1991 बैच के आइपीएस डा. अतुल काफी टैलेंटेड और तेजतर्रार आईपीएस रहे हैं। डॉ. अतुल के परिवार में कई आईएएस रह चुके हैं। डा. अतुल हिमाचल प्रदेश के डीजीपी बनने की खबर सुनकर वह खुशी से झूम उठे।
डॉ. अतुल के पिता थे जाने-माने फिजिशियन…
धनबाद के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. पीएन वर्मा के पुत्र डॉ. अतुल वर्मा को हिमाचल प्रदेश का नया डीजीपी बनाया गया है। वर्ष 1991 बैच के आइपीएस डा. अतुल ने प्रारंभिक शिक्षा डिनोबली स्कूल डिगवाडीह (धनबाद) से पूरी की थी। इसके बाद एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। एमबीबीएस की उपाधि लेने वह आइपीएस बने।
डॉ. अतुल के पिता थे जाने-माने फिजिशियन
उनके पिता डा. पीएन वर्मा शहर के जाने-माने फिजिशियन थे। 2019 में उनका निधन हो गया। इधर, डा. अतुल के डीजीपी बनने की सूचना पर उनके गृह शहर धनबाद में खुशी का माहौल है। डीडीसी आवास के निकट उनका घर है। वर्तमान में उनके परिवार का कोई सदस्य यहां नहीं रहता है।
उनका घर अब केयरटेकर राजेश कुमार सिंह के हवाले है। डा. पीएन वर्मा फाउंडेशन का काम इसी आवास से चलता है। डा. अतुल की तीन बहनें हैं। वे अब दूसरे राज्यों में अपने परिवार के साथ रहती हैं।
डॉ. अतुल के परिवार में कई आईएएस…
डा. अतुल हिमाचल प्रदेश के डीजीपी बनने की खबर सुनकर वह खुशी से झूम उठे। केयरटेकर राजेश 24 वर्षों से इस परिवार का सदस्य के रूप में हैं। डा. अतुल के परिवार में कई आईएएस हैं। उनके बहनोई आइएएस अमरजीत सिन्हा सेवानिवृत्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सलाहकार रह चुके हैं।
उनके छोटे बहनोई तलीन कुमार भी आइएएस अधिकारी हैं। वह दिल्ली में गृह मंत्रालय में पोस्टेड हैं। उनके बड़े बहनोई भी आएएएस थे। बड़े बहनोई का बेटा आयुष सिन्हा भी आइएएस हैं। वह अभी हरियाणा के यमुना नगर में पोस्टेड हैं। डा. अतुल की दो बहनें डाक्टर हैं।
सुक्खू सरकार ने क्यों चुना उन्हें…
हिमाचल की सुक्खू सरकार ने नए डीजीपी की नियुक्ति में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को नजरअंदाज कर उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी है। वरिष्ठता क्रम में हिमाचल कैडर के दो अफसर उनके ऊपर थे। इनमें 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी डीजी जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं संजीव रंजन ओझा हैं। हाल ही में डीजीपी कुंडू के छुट्टी जाने पर सरकार ने एसआर ओझा को ही 13 दिनों के लिए डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें ही हिमाचल का डीजीपी बनाया जाएगा।
रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा