पटना: बिहार में अब अपराधियों की खैर नहीं पुलिस अपराधियों के नकेल कसने के फूल मोड में…. अब होगा क्विक एक्शन नोट कर लीजिए यह टोल फ्री नंबर:14432

आजकल बिहार में बढ़ते अपराध के बीच बिहार पुलिस भी लगातार एक्शन में रहती है. ऐसे में वह अपनी तैयारियों को भी पुख्ता करने में जुटी हुई है. इसी क्रम में अब आम लोगों के लिए मोबाइल या लैंडलाइन फोन से किसी भी गंभीर अपराध और अपराधियों के बारे में पुलिस मुख्यालय को जानकारी देना संभव हो गया है.

बिहार में अब आम आदमी द्वारा किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन फोन से किसी भी गंभीर अपराध और अपराधियों के बारे में पुलिस मुख्यालय को जानकारी देना संभव हो गया है. पुलिस मुख्यालय ने अपराध और अपराधियों की सूचना आम जनों से लेने के लिए टोल फ्री नंबर 14432 उपलब्ध करा दिया है. यह नंबर एक्टिव भी किया जा चुका है. इस टोल फ्री नंबर पर किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन से किसी भी व्यक्ति द्वारा सीधे पुलिस महकमें के आलाधिकारियों तक सूचना दी जा सकती है. विशेष बात यह है कि न केवल बिहार के किसी भी कोने से बल्कि देश के किसी भी राज्य से इस नंबर को डायल किया जा सकता है और गंभीर अपराध या वांछित अपराधियों के बारे में सूचना दी जा सकती है.

बताते चलें, एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने पुलिस मुख्यालय मैं मीडियाकर्मियों को इस बात की जानकारी दी है. बताया कि सूचना देने वाले शख्स का नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा. अगर कोई व्यक्ति इनाम लेने के मकसद से किसी इनामी अपराधी के बारे में सूचना देना चाहता है तो उसे भी गोपनीय रखते हुए इनाम की राशि दी जाएगी. इसके लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा पहले ही इनाम की राशि की विस्तृत घोषणा की गई है.

इसमें अलग-अलग स्तर के अपराधियों के लिए अलग-अलग इनाम की श्रेणी तैयार की गई हैं. मिली जानकारी के अनुसार, गंभीर अपराध या अपराधियों की सूचना देने के लिए जारी टोल फ्री नंबर 14432 न केवल सप्ताह के सातों दिन, बल्कि 24 घंटे काम करेगा. बिहार पुलिस मुख्यालय ने आम जनों से अपील की है कि इस टॉल फ्री नंबर पर केवल अपराधियों के बारे में ही जानकारी शेयर करें. इससे अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए जा सकेंगे.

मिली जानकारी के अनुसार, लघु कोड 14432 नंबर पर गंभीर अपराध और अपराधियों के बारे में मिलने वाली सूचनाओं की निगरानी एसटीएफ द्वारा की जाएगी. पुलिस मुख्यालय के अलावा सभी जिलों में तत्काल कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ की विशेष टीम को भी इससे जोड़ दिया गया है. पुलिस मुख्यालय की मानें तो पुलिस में अलग-अलग सूचनाओं के लिए पहले से टॉल फ्री नंबर जारी है.

बता दें कि गंभीर अपराध या अपराधियों की सूचना देने का कोई तंत्र पहले नहीं था. आम लोगों में संशय की स्थिति भी बनी रहती थी कि गंभीर अपराध या अपराधियों के बारे में थाना पुलिस अधीक्षक या डीआईजी आईजी या डीजीपी किसको सूचना भेजी जाए, राज्यों में पहले से आपात स्थिति की सूचना देने के लिए, शराब की सूचना देने के लिए साइबर क्राइम की सूचना देने के लिए नंबर जारी किए जा चुके हैं. अगर इसी तरह पुलिस अपने कार्रवाई को अंजाम देती रहेगी, तो शायद आमजन का विश्वास पुलिस पर बढ़ेगा.. रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा (पटना)

Share
Now