मुरादाबाद के कुंदरकी ब्लॉक क्षेत्र के सीमांत गांव ऊंचाकानी में परिजन सर्पदंश से मृत सातवीं के छात्र वरुण (14) के शव को सात दिनों से मकान के अंदर गड्ढे में दबाए बैठे हैं। परिजनों ने यह कारनामा सपेरों के तंत्र-मंत्र के अंधविश्वास में आकर किया है।
मुरादाबाद के कुंदरकी के ऊंचाकानी गांव में सांप के डसने से हुई छात्र की मौत के मामले में परिजन अब भी सपेरों की बातों को सच मान रहे हैं। चिकित्सक के मृत घोषित करने के बाद भी वे शव को गड्ढे में दबाकर बच्चे के जीवित होने की उम्मीद कर रहे हैं। बुधवार को इसकी जानकारी जब पुलिस को हुई तो मामले की हकीकत जानने के लिए हलके के दरोगा पहुंच गए।
उन्होंने समझाने की कोशिश की, लेकिन मृतक के परिजन नहीं माने। 19 नवंबर का इंतजार करने की बात कहते हुए उनको वहां से जाने के लिए मजबूर कर दिया। कुंदरकी ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम ऊंचाकानी में आठ दिन पहले 9 नवंबर की रात 11 बजे सोते समय कक्षा सातवीं के छात्र वरुण (14) पुत्र बबलू ठाकुर को सांप ने डस लिया था।
जिला अस्पताल में डॉक्टर ने छात्र को मृत घोषित कर दिया, लेकिन सपेरों ने दावा किया कि वह छात्र को जीवित कर देंगे। सपेरों के बताए अनुसार परिजनों ने सर्पदंश से मृत छात्र के शव को अपने घर के आंगन में गड्ढे में दबा कर रखा है। बीते सोमवार को ऊंचाकानी में सपेरे घर पहुंचकर तंत्र विद्या कर चुके हैं, लेकिन मृतक के शरीर में अभी तक कोई हरकत नहीं हुई है।
इसके बाद सपेरों ने 19 नवंबर को आने वादा किया। सपेरों का दावा है कि वह गड्ढे से छात्र को जीवित निकाल सकते हैं। इसी आस में छात्र के परिजन हैं कि उनका बेटा सही हो जाए। बुधवार सुबह से कुंदरकी पुलिस ग्राम ऊंचाकानी पहुंच गई थी।
मामले की सूचना पर पहुंचे ,दरोगा सलीम मलिक ने परिजनों से कहा कि छात्र के शव को गड्ढे से बाहर निकालें, लेकिन परिजनों ने कहा कि हमें अभी उम्मीद है कि वरुण सही हो सकता है, इसलिए हमने शव को अपने मकान में दबाया हुआ है।
वहीं इस मामले में 19 नवंबर के बाद भी उचित निर्णय लेंगे। पुलिस की मशक्कत भी बेकार रही, जिसके बाद पुलिस बैरंग लौट आई है। परिजनों ने मकान के अंदर किसी को नहीं जाने दे रहे हैं।