न पासपोर्ट,न टिकट, न पैसे, कैसे स्वदेश लौटे 17 भारतीय,जानिए लीबिया में बंदी बनने तक की कहानी

लीबिया में बंदी बनाए गए 17 भारतीय नागरिकों को विदेश मंत्रालय के निरंतर प्रयासों के बाद भारत वापस लाया गया है। पंजाब और हरियाणा के रहने वाले भारतीय नागरिको दिल्ली पहुंचाया गया।

वही यह मामला ट्यूनिस में भारतीय दूतावास के पास तब आया, जब 26 मई को लीबिया में फंसे भारतीय नागरिकों के परिवारवालों ने बात की।

मिली जानकारी के लिए बता दें इन भारतीयों को देश में तस्करी कर लाया गया था और उन्हें ज्वारा शहर में एक सशस्त्र समूह द्वारा बंदी बनाया गया था। भारतीय दूतावास लोगों को वापस लाने के लिए लगातार लीबिया के अधिकारियों के संपर्क में थे।

वही लीबिया के अधिकारियों ने 13 जून को भारतीयों सुरक्षापूर्वक बाहर निकालने में कामयाब रहे, लेकिन उन्हें अपनी कस्टडी में ही रखा था।

बता दें लीबिया में रहने के दौरान भारतीय दूतावास ने वहां फंसे लोगों की जरूरतों का ध्यान रखते हुए उनके लिए खेने-पीने की समानो, दवाई और कपड़ों का इंतेजाम भी किया।
उनके पास पासपोर्ट न होने के कारण दूतावास ने आपातकालीन प्रमाणपत्र बनाकर उन्हें भारत पहुंचाने में मदद की। भारतीय दूतावास ने उनके टिकट का भी खर्च उठाया।

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