मातम : एक ही परिवार के 09 जनाजे एक साथ उठे उठे! पूरे गांव में कोहराम नहीं जला चूल्हा …..

मुरादाबाद के गांव कोरवाकू में हर तरफ मातम पसरा है। पिछले 24 घंटे में यहां किसी के घर चूल्हा नहीं जला है। इस गांव में रोती-बिलखती महिलाएं और गमजदा लोगों की चीखें रोंगटे खड़े कर रही हैं। यहां एक ही कुनबे के 9 लोगों के जनाजे सोमवार को एक ही आंगन से उठे। तब मानो आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। रविवार को कोरवाकू के एक ही परिवार के 9 लोगों समेत 10 लोगों की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी।

इससे पहले हादसे में मरे सभी 10 लोगों के शवों का रात में ही पोस्टमॉर्टम कराया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच एक ही परिवार के सभी 9 शव रात में ही उनके गांव कोरवाकू पहुंचा दिए गए थे। जबकि ड्राइवर मोहम्मद आलम का शव उसके गांव बरवारा मझरा भैंसिया पहुंचाया गया। जहां सोमवार को उसका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, सोमवार को ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में एक ही परिवार के 9 शवों का भी अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान कब्रिस्तान में भारी भीड़ रही।

पत्नी-बेटे की आखिरी बार सूरत भी नहीं देख पाया इश्तिखार
रविवार दोपहर को हुए इस हादसे में कोरवाकू में रहने वाले इश्तिखार की पत्नी आसिफा और उसके 3 साल के बेटे बिलाल की भी मौत हो गई। हादसे में इश्तिखार के भी दोनों पैरों में फ्रैक्चर हुआ है। वह नाजुक हालत में शहर के निजी अस्पताल में भर्ती है। उसकी जिंदा बची बाकी दोनों बेटियां बुशरा और मुस्कान भी अस्पताल में भर्ती हैं।

सोमवार को आसिफा और बेटे बिलाल का जनाजा उठा, तो उस वक्त इश्तिखार अस्पताल के बिस्तर पर बेहोश पड़ा था। वह आखिरी बार अपनी पत्नी और बेटे की सूरत तक नहीं देख सका। उसके साथ ही अस्पताल में भर्ती उसकी दोनों बेटियों की हालत भी नाजुक बताई जा रही है।

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