NDA का नेता चुनने के लिए कल होगी बैठक- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी होंगे शामिल…

  • राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के विधायक दल की संयुक्त बैठक आज होगी जिसमें नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता चुना जायेगा.
  • बैठक दोपहर 12.30 बजे नीतीश कुमार के घर पर होगी जिसमें नीतीश कुमार को नेता चुना जाएगा.
  • इससे पहले सुबह 10.30 बजे बीजेपी ऑफिस में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी

पटना: बिहार में नई सरकार के नेता का चुनाव करने के लिए रविवार को एनडीए के विधायकों की बैठक दोपहर को पटना में होगी। इस बैठक में नीतीश कुमार को एनडीए का नेता चुनते हुए उनको फिर से मुख्यमंत्री बनाने पर मुहर लगने की संभावना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रविवार को पटना में होने वाली एनडीए विधायक दल की बैठक में मौजूद रहेंगे। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि भाजपा ने स्पष्ट कहा है कि सीटें किसी की कितनी भी हों, नीतीश ही नई सरकार का नेतृत्व करेंगे।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने की सिफारिश के बाद उन्होंने अपना त्यागपत्र बिहार के राज्यपाल को दिया है। इससे पहले आज एनडीए गठबंधन की बैठक में फैसला लिया गया कि गठबंधन अब दिवाली बाद अपना नया नेता चुनेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर बुलाई गई बैठक 15 नवंबर को लिए टाल दी गई है।

राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि अब 15 नवंबर यानी रविवार को दोपहर 12.30 बजे एनडीए के विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए नेता का चुनाव किया जाएगा। बैठक दोपहर 12.30 बजे शुरू होगी। नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपा था। राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा था।

बिहार के चुनावी नतीजों में एनडीए गठबंधन को 243 सीटों वाली विधानसभा में 125 सीटें मिली हैं। एनडीए में बीजेपी 74 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी है। जबकि जेडीयू को महज 43 सीटें मिली हैं। 2015 के चुनाव में जेडीयू को 71 सीटें मिली थीं। गठबंधन में मुकेश साहनी की वीआईपी और जीतन राम मांझी की पार्टी हम को 4-4 सीटें मिली हैं।

नीतीश ही हो सकते हैं सीएम लेकिन कैबिनेट में रहेगा बीजेपी का दबदबा

वैसे सूत्रों के मुताबिक, सरकार में शामिल होने के लिए राजग में फिलहाल कोई फार्मूला तय नहीं हुआ है, लेकिन कहा जा रहा है कि युवा चेहरे इस मंत्रिमंडल में देखने को मिलेंगे. यह भी अब तक तय नहीं है कि जदयू और भाजपा कोटे से कितने मंत्री बनेंगे. वैसे वीआईपी और हम के खाते में एक-एक मंत्री पद जाना तय माना जा रहा है.

इस बीच, हालांकि हम के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पहले ही कह चुके हैं वे मंत्री पद के दावेदार नहीं हैं. नियम के मुताबिक बिहार के विधानसभा में सीटों की संख्या के मुताबिक अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं. वैसे सूत्र यह भी बताते हैं कि मुख्यमंत्री के साथ सभी कोटे के मंत्रियों की संख्या नहीं भरी जाएगी. मंत्रिमकंडल में युवा चेहरों को प्रथमिकता दी जाएगी तथा सामाजिक समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा.

बीजेपी ने सुशील मोदी को किया दिल्ली तलब

नई सरकार और नए मंत्रिमंडल गठन को लेकर बिहार भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी को दिल्ली तलब किया गया है. कहा जा रहा है कि सुशील मोदी को नई जिम्मेदारी देते हुए उपमुख्यमंत्री पद पर किसी दूसरे नेता को बैठाया जा सकता है.

इधर, जदयू की बात करें तो आठ मंत्री चुनाव हार गए हैं, जिनके कारण जदयू कोटे को नए नामों पर विचार करना होगा. कहा जा रहा है कि जदयू कोटे से 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि भाजपा कोटे 18 से 20 मंत्री बन सकते हैं. इस बीच, भाजपा में नवनिर्वाचित विधायकों ने मंत्रीपद को लेकर लॉबिंग भी शुरू कर दी है। कई नेता पटना से दिल्ली तक ऐसे नेता अपनी-अपनी गोटी सेट करने में लग गए हैं।

बहरहाल, मंत्रिमंडल को लेकर अभी तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है, लेकिन इतना मामना जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल में कई नए और युवा चेहरे होंगे वहीं चंपारण और मिथिलांचल के चेहरे मंत्रिमंडल में ज्यादा दिखेंगे।

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