प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पणजी ज़ोनल कार्यालय ने एक बड़े ज़मीन घोटाले की जांच के तहत 60.05 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। ये संपत्तियां एस्टेवन डिसूजा की दादी, रोजा मारिया डिसूजा के नाम पर दर्ज थीं। यह कार्रवाई उस पहले आदेश के बाद की गई है, जिसमें नवंबर 2023 में 11.82 करोड़ रुपये की संपत्तियों को पहले ही जब्त किया जा चुका है। उस कुर्की को न्यायाधिकरण ने अप्रैल 2024 में सही ठहराया था।
ईडी की जांच में सामने आया है कि गोवा के बारदेज़ तालुका के पिलरने गांव में स्थित ये जमीनें जाली बिक्री दस्तावेज़ों, नकली हलफनामों और फर्जी एनओसी के जरिए अवैध रूप से हथियाई गई थीं। इस पूरे मामले की शुरुआत गोवा पुलिस की एफआईआर से हुई, जिसमें एस्टेवन डिसूजा और कुछ अन्य लोगों पर जालसाजी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।
जांच में यह भी सामने आया कि एस्टेवन डिसूजा ने मोहम्मद सुहैल और अन्य साथियों के साथ मिलकर एक सोची-समझी साजिश के तहत कई महंगी जमीनों को कब्जाने के लिए दस्तावेज़ों में हेरफेर की। असली दिखने वाले नकली दस्तावेज़ तैयार कर इन सौदों को वैध का रूप देने की कोशिश की गई। यह पूरा मामला न सिर्फ ज़मीन हथियाने का है, बल्कि यह बताता है कि कैसे कानूनी प्रक्रियाओं की आड़ में करोड़ों की संपत्ति गलत तरीके से हासिल की जा सकती है।