नहीं, अमेरिका को ईरानी मिसाइलों के बढ़ते खतरे की वजह से सच में चिंता सताने लगी है, खासकर मध्य पूर्व में अपना फौजी अड्डा सुरक्षित रखने को लेकर। आज की रिपोर्ट्स के अनुसार, कतर में स्थित अल‑उदैद एयरबेस — जो कि इस क्षेत्र का सबसे बड़ा अमेरिकी एयरबेस है — से कई अमेरिकी लड़ाकू विमान हटा लिए गए हैं।
एल‑उदैद एयरबेस से विमानों को हटाने की वजह
- AFP द्वारा जारी सैटेलाइट इमेज में साफ देखा गया कि कई अमेरिकी लड़ाकू विमान अब उस एयरबेस पर नहीं दिख रहे हैं। ये कदम तब उठाया गया जब ईरान की ओर से मिसाइल हमले के खतरे को देखते हुए सुरक्षा तैयारियां तेज की गई हैं ।
- कतर में यह एयरबेस CENTCOM (केंद्रीय कमांड) का हब है और यह पूरे पश्चिम एशिया में सबसे बड़ी अमेरिकी वायुक्षेत्र सुविधा है, जिसमें हजारों कर्मी और विभिन्न प्रकार के विमान तैनात रहते हैं ।
क्या हो रहा है पीछे की साजिश?
- ईरान के मिसाइल हमले
हाल ही में ईरान ने इज़राइल पर सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था — जिसका जवाब इज़राइल ने कड़ी प्रतिक्रिया के साथ दिया । - अमेरिकी वायुबल की सुरक्षा
मिसाइल हमलों के आसारों के चलते अमेरिका ने इज़राइल के साथ न जुड़ने का विचार छोड़ते हुए अपने वायुबल को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का कार्य शुरू कर दिया — ताकि वे संभव हमले से बच सकें - क्षेत्र में अतिरिक्त अमेरिकी तैनाती
अमेरिकी पेंटागन ने USS Nimitz और USS Carl Vinson युद्धपोत समूह को इसspannung (tension) की स्थिति में क्षेत्र में स्थिर रखने का निर्णय लिया है।
साथ ही, मिसाइल सुरक्षा प्रणालियाँ — जैसे Patriot और THAAD — को भी लंबी दूरी के हमलों से रक्षा के लिए वहां रहने के निर्देश दिए गए हैं।
अब क्या संकेत मिलते हैं?
- अमेरिका ईरान द्वारा संभावित मिसाइल हमल्य को लेकर आक्रामक तैयारी कर रहा है, लेकिन फिलहाल लड़ाकू विमानों को जोखिम भरे इलाके से बाहर हटाकर सुरक्षा की दिशा में एक सतर्क कदम उठा रहा है।
- ये कदम मध्य-पूर्व में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति को संक्षिप्त रूप से कम कर सुरक्षा रवैया अपनाने का संकेत हैं, मुख्य रूप से बीती घटनाओं और मौजूदा तनाव को देखते हुए।