हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले ने 26 लोगों की जान ले ली, जिनमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं। इस हमले में 17 अन्य लोग घायल भी हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और हमलावरों को वैश्विक स्तर पर न्याय के दायरे में लाने का संकल्प लिया है। इस हमले की जिम्मेदारी कश्मीर रेजिस्टेंस नामक आतंकवादी संगठन ने ली है, जो पाकिस्तान स्थित संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा का मोर्चा माना जाता है ।
इस घटना के बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और उनके पुनर्वास की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मिलकर अपने दुखद हालात बताए। राहुल गांधी ने पत्र में कहा कि आतंकवादियों की लक्षित हत्याओं के शिकार कश्मीरी पंडितों को बिना सुरक्षा गारंटी के घाटी में जाने के लिए विवश करना निर्दयी कदम है ।
हालांकि, इस समय संसद का कोई विशेष सत्र बुलाए जाने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर संसद के विशेष सत्र के एजेंडे की जानकारी मांगी थी, लेकिन इस पत्र का पहलगाम हमले से कोई सीधा संबंध नहीं है ।
इस हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों को कम कर दिया है, सिंधु जल समझौते को निलंबित किया है और मुख्य सीमा पार को बंद कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव शामिल हैं ।
