सहारनपुर:
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। सहारनपुर पहुंचे टिकैत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और भारत-पाकिस्तान के जल विवाद पर बयान देते हुए कहा कि “पूरे पाकिस्तान को दोषी ठहराना उचित नहीं है।”
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान में कुछ लोग आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वहां की पूरी जनता गलत है।” टिकैत के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
गौरतलब है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को रद्द करने का निर्णय लिया है। लेकिन नरेश टिकैत इस कदम से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि “पाकिस्तान का पानी रोकना गलत है। किसान चाहे हिंदुस्तान का हो या पाकिस्तान का, पानी बंद होने से उसका नुकसान होगा।”
टिकैत का यह मानवीय दृष्टिकोण जहां कुछ लोगों को संतुलित और व्यावहारिक लग रहा है, वहीं कई राष्ट्रवादी समूह और सोशल मीडिया यूज़र्स इस बयान को “देश की सुरक्षा और भावनाओं के खिलाफ” बता रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयान से भाकियू की छवि पर भी असर पड़ सकता है, खासकर ऐसे वक्त में जब देश में पाकिस्तान के प्रति जनभावनाएं उग्र हैं।