पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में एक बयान में स्वीकार किया है कि पाकिस्तान ने पिछले तीन दशकों से अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए आतंकवादियों को पाला है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने यह काम ‘अमेरिका और पश्चिम के लिए’ किया है। यह बयान पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है।
इससे पहले, पाकिस्तान ने हमेशा इन आरोपों का खंडन किया था कि उसने आतंकवादियों को समर्थन दिया है। लेकिन ख्वाजा आसिफ का यह बयान पाकिस्तान की नीति में एक नई दिशा को संकेत करता है।
यह बयान पाकिस्तान और पश्चिमी देशों के रिश्तों पर असर डाल सकता है। विशेषकर, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध हैं। इस बयान के बाद, पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और अधिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि, पाकिस्तान के इस बयान के बाद, अमेरिका और पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया का अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान का यह बयान अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है।
यह घटनाक्रम पाकिस्तान की विदेश नीति और आतंकवाद के खिलाफ उसकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठा सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा।