बसपा सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान कि हिंदू और मुसलमान दोनों का डीएनए एक है पर पलटवार किया है।
मायावती ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कल एक कार्यक्रम में भारत में सभी धर्मों के लोगों का डीएनए एक होने की बात किसी के भी गले के नीचे आसानी से नहीं उतरने वाली है।
आरएसएस और बीजेपी एंड कंपनी के लोगों तथा इनकी सरकारों की कथनी व करनी में अंतर सभी देख रहे हैं।
मायावती ने कहा कि आरएसएस के सहयोग और समर्थन के बिना बीजेपी का अस्तित्व कुछ भी नहीं है फिर भी आरएसएस अपनी कही गई बातों को बीजेपी और इनकी सरकारों से लागू क्यों नहीं करवा पा रही है?
उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा चुनावी लाभ के लिए धर्मांतरण को मुद्दा बना रही है। अगर ऐसा कहीं कुछ है तो आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए पर पूरे मुस्लिम समुदाय को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।