भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान का संन्यास, अमेरिका की ओर से खेलने के लिए ..

हाल के दिनों में कई देशों के क्रिकेटर्स ने अमेरिका की ओर से खेलने के लिए संन्यास लिया है. इस कड़ी में श्रीलंका, पाकिस्तान के कई घरेलू और इंटरनेशनल क्रिकेटर शामिल रहे हैं. अब भारत के भी एक बड़े क्रिकेटर ने संन्यास लेकर अमेरिका के लिए खेलने की तरफ कदम बढ़ाए हैं !

उन्मुक्त चंद भारतीय अंडर 19 टीम के कप्तान रहे हैं. उनकी कप्तानी में 2012 में भारत ने अंडर 19 वर्ल्ड कप जीता था. वे दिल्ली, उत्तराखंड जैसी टीमों की ओर से घरेलू क्रिकेट में खेले हैं. वहीं आईपीएल में उन्होंने मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स की ओर से किस्मत आजमाई थी !

उन्मुक्त चंद भारतीय अंडर 19 टीम के कप्तान रहे हैं. उनकी कप्तानी में 2012 में भारत ने अंडर 19 वर्ल्ड कप जीता था. वे दिल्ली, उत्तराखंड जैसी टीमों की ओर से घरेलू क्रिकेट में खेले हैं. वहीं आईपीएल में उन्होंने मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स की ओर से किस्मत आजमाई थी

भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान का संन्यास, अमेरिका की ओर से खेलने के लिए उठाया बड़ा कदम!
दुनियाभर के कई देशों के क्रिकेटर अमेरिका से खेलने के लिए संन्यास ले रहे हैं. भारत के भी एक बड़े क्रिकेटर ने संन्यास लेकर अमेरिका के लिए खेलने की तरफ कदम बढ़ाए हैं.

भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान का संन्यास, अमेरिका की ओर से खेलने के लिए उठाया बड़ा कदम !

उन्मुक्त चंद दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं. उनसे काफी रखी गई थीं लेकिन अंडर 19 वर्ल्ड कप के बाद वे रास्ता भटक गए.
हाल के दिनों में कई देशों के क्रिकेटर्स ने अमेरिका की ओर से खेलने के लिए संन्यास लिया है. इस कड़ी में श्रीलंका, पाकिस्तान के कई घरेलू और इंटरनेशनल क्रिकेटर शामिल रहे हैं. अब भारत के भी एक बड़े क्रिकेटर ने संन्यास लेकर अमेरिका के लिए खेलने की तरफ कदम बढ़ाए हैं. !

इस क्रिकेटर का नाम उन्मुक्त चंद हैं. उन्होंने संन्यास की घोषणा की है और वे अब अमेरिका जाने की तैयारी में हैं. उन्मुक्त चंद भारतीय अंडर 19 टीम के कप्तान रहे हैं. उनकी कप्तानी में 2012 में भारत ने अंडर 19 वर्ल्ड कप जीता था. वे दिल्ली, उत्तराखंड जैसी टीमों की ओर से घरेलू क्रिकेट में खेले हैं. वहीं आईपीएल में उन्होंने मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स की ओर से किस्मत आजमाई थी. उन्मुक्त चंद से पहले स्मित पटेल ने भी ऐसा ही कदम उठाया था. वे भी 2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे और उन्मुक्त के साथी थे. स्मित पटेल ने मई में भारत छोड़ने का फैसला किया था.

उन्मुक्त चंद ने ट्वीट कर अपने संन्यास का ऐलान किया. हालांकि इसमें उन्होंने अभी नहीं लिखा है कि वे अमेरिका की तरफ से खेलेंगे. उन्मुक्त चंद ने लिखा, ‘क्रिकेट एक यूनिवर्सल खेल है और हो सकता है कि मतलब बदल जाएं लेकिन मकसद हमेशा एक ही रहता है और वह है- सर्वोच्च स्तर पर खेलना. साथ ही मेरे सभी समर्थकों और चाहने वालों का शुक्रिया जिन्होंने हमेशा मुझे दिल में जगह दी. !

ऐसा रहा उन्मुक्त का करियर

उन्मुक्त ने 67 टेस्ट में 31.57 की औसत से 3379 रन बनाए. उन्होंने इस फॉर्मेट में आठ शतक और 16 फिफ्टी लगाई. वहीं 120 लिस्ट ए मैचों में 41.33 की औसत से 4505 रन उन्होंने बनाए. यहां सात शतक और 32 अर्धशतक उनके नाम थे. उन्मुक्त ने 77 मैच में तीन शतक और पांच अर्धशतकों की मदद से 1565 रन बनाए. वे सबसे पहले 2012 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतकर ही सुर्खियों में आए थे. तब उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 111 रन की पारी खेलते हुए भारत को वर्ल्ड कप जिताया था. फिर रणजी ट्रॉफी में अपने चौथे ही मैच में शतक लगा दिया था. !

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