इलहाबाद हाई कोर्ट के जज ,जस्टिस शेखर कुमार यादव के बहुलसंख्यक के हिसाब से चलेगा वाले बयान को एक हफ्ता हो चूका है,लेकिन इस एक हफ्ते के अंदर ही इससे जुड़े कई तरह के विवाद भी देखने को मिले है। जहाँ कोई इससे सहमत दिखा तो कोई इसके विपरीत दिखा ,अब ताजा अपडेट ये है की सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम ने उन्हें अगले हफ्ते बैठक के लिए बुलाया गया है। तो वही अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जस्टिस शेखर के बयान का समर्थन किया है।
जस्टिस शेखर कुमार यादव के बचाव में उतरे योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्ष ने सिर्फ़ अपने (जज के) विचार व्यक्त करने के लिए जज के ख़िलाफ़ महाभियोग नोटिस दायर किया है. उन्होंने आगे कहा,
वो (विपक्ष) ख़ुद को लोकतांत्रिक कहते हैं और संविधान को अपने साथ लेकर चलते हैं. लेकिन उन्हें शर्म नहीं है. ये वो लोग हैं जो संविधान का गला घोंट रहे हैं. विपक्ष सच बोलने वाले व्यक्तियों को डराने की कोशिश कर रहा है -‘जिसमें जज भी शामिल हैं’- जो सांस्कृतिक और सामाजिक संगठनों के ज़रिए सामाजिक वास्तविकताओं को उजागर करते हैं. सच को दबाने वाले ऐसे लोगों को समाज के सामने बेनकाब किया जाना चाहिए. योगी आदित्यनाथ ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को भी उन सच बोलने वालों में गिना, जिनकी ‘आवाज़ दबाई’ जा रही है.