उत्तराखंड में कोरोना की जांच बढ़ने के साथ ही संक्रमण दर ने भी रफ्तार पकड़ ली है। 15 दिन के भीतर प्रदेश में एक लाख सैंपलों की जांच की गई। वर्तमान में सक्रिय मरीज 4500 से अधिक हो गए हैं। जिससे अस्पतालों पर इलाज का दबाव बढ़ रहा है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च को मिला था। शुरुआत के 125 दिन यानी 15 जुलाई तक एक लाख सैंपलों की जांच की गई थी। सरकार ने सैंपलिंग बढ़ाने पर जोर दिया और प्रदेश में कोविड जांच के लिए प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई।
प्रदेश में अब तक कुल मिलाकर तीन लाख से अधिक सैंपलों की जांच हो चुकी है। जांच के साथ ही रोजाना चार सौ से अधिक कोरोना मरीज मिल रहे हैं। वहीं, जांच में संक्रमण की दर 5.26 प्रतिशत हो गई है। डबलिंग दर 26.44 दिन है।
कोरोना आंकड़ों का अध्ययन कर रहे सोशल डवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल का कहना है कि पहले की तुलना में सैंपल जांच बढ़ी है। इसके साथ ही कोरोना मरीजों और संक्रमण की दर में भी तेजी आ रही है।