जिला पदाधिकारी, बांका द्वारा क्षेत्रीय भ्रमण के क्रम में समुखिया मोड़, बांका के समीप सड़क किनारे कचरा चुनते हुए घुमंतु परिवारों के बच्चों को देखा गया। बच्चों की दयनीय स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा गहरी चिंता व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य विभाग को इन बच्चों को समुचित चिकित्सीय देखभाल उपरांत पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में भर्ती कराने का आदेश प्रदान किया गया।
जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में सहायक निदेशक एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई, बांका के आदेशानुसार चाइल्ड हेल्पलाइन, बांका की टीम — जिसमें आकाश गंगा (परामर्शी) एवं रविरंजन द्वारा समुखिया के पोखरिया मैदान क्षेत्र में भ्रमण कर बच्चों का आवश्यक निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात, एम्बुलेंस के माध्यम से बच्चों को बांका सदर अस्पताल लाया गया। बांका सदर अस्पताल के प्रबंधक (मैनेजर) सुनील चौधरी के देख-रेख में बच्चों की प्राथमिक स्वास्थ्य जांच कराई गई तथा उन्हें गर्म एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया गया। इसके उपरांत, जिला बाल संरक्षण इकाई, बांका द्वारा बच्चों के बाल कटवाए गए, स्नान करवा कर स्वच्छ वस्त्र पहनाए गए, जिससे उनकी स्वच्छता एवं गरिमा सुनिश्चित की जा सकी।
प्रियंका कुमारी जिला समन्वयक, विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान, बांका एवं चाइल्ड हेल्पलाइन बांका टीम के समन्वित प्रयास से सभी बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC), बांका में भर्ती कराया गया, जहां उनके नियमित पोषण, स्वास्थ्य देखभाल तथा सम्पूर्ण संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मनोरंजन प्रसाद, ब्यूरो चीफ, बांका।

