सीजेआई एनवी रमना के कार्यकाल का आज अंतिम दिन है और कार्यकाल के अंतिम दिन सीजेआई की पीठ पांच मामलों में अपना फैसला सुनाएगी. जस्टिस एनवी रमना की पीठ मुफ्त की घोषणाओं के साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ हेट स्पीच मामले में केस चलाने की अनुमति नहीं दिए जाने के खिलाफ दायर याचिका पर भी फैसला सुनाएगी.
राजनीतिक दलों की ओर से चुनाव के समय की जाने वाली मुफ्त की घोषणाओं का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. सुप्रीम कोर्ट में मुफ्त की रेवड़ी से संबंधित इस मामले की सुनवाई पूरी हो गई है. अब फैसले की घड़ी भी आ गई है. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना की अगुवाई वाली पीठ मुफ्त की रेवड़ियों से जुड़े इस मामले में आज अपना फैसला सुना देगी.
राजनीतिक दलों की ओर से मुफ्त की घोषणाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर शुक्रवार यानी 26 अगस्त को फैसला आएगा. पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट बार-बार सरकार से ये कह चुका है कि इसे लेकर सर्वदलीय बैठक के जरिये एक आम राय बनाई जाए. निर्वाचन आयोग ने भी कहा कि इस बाबत नियम कायदे और कानून बनाने का काम उसका नहीं बल्कि सरकार का है. सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से ये कहा गया कि कानून बनाने का मामला इतना आसान नहीं है. सरकार की ओर से कहा गया कि कुछ विपक्षी पार्टियां मुफ्त की घोषणाएं करने को संविधान की ओर से मिली अभिव्यक्ति के अधिकार का अंग मानती हैं. इस मामले में आम आदमी पार्टी भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थी और खुद को भी पार्टी बनाने की मांग की थी.
अब, जबकि सुनवाई पूरी हो चुकी है और आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है. सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हैं कि चीफ जस्टिस की अगुआई वाली पीठ इस समस्या से निपटने का क्या नायाब और सटीक रास्ता सुझाती है. गौरतलब है कि चीफ जस्टिस एनवी रमना के कार्यकाल का आज अंतिम दिन भी है. ऐसे में माना जा रहा है कि चीफ जस्टिस एनवी रमना अपने कार्यकाल के अंतिम दिन मील का पत्थर साबित होने वाला फैसला सुना सकते हैं.