मध्य प्रदेश के सफल मंत्रियों में से एक हैं,शिवराज.. शिवराज सिंह चौहान एक ऐसा नाम जो मध्य प्रदेश के सफल मंत्रियों में से एक हैं। NDA 3.0 सरकार में उन्हें अहम कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अतरिक्त उन्हें एक और मंत्रालय दिया गया है। जानिए, क्या है चुनौती? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण के 24 घंटे बाद आखिरकार विभागों का बंटवारा हो गया,मोदी की अध्यक्षता में नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक सोमवार शाम को हुई। इसके तुरंत बाद विभागों के बंटवारे का एलान हो गया। सबसे पहले बात करते हैं सीसीएस यानी केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति में शामिल रहने वाले मंत्रियों की। इनमें चार मंत्रालय होते हैं- गृह, रक्षा, वित्त और विदेश। इनमें कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। यानी अमित शाह गृह मंत्री, राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री, निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री और एस जयशंकर विदेश मंत्री बने रहेंगे,पांचवें सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं नितिन गडकरी। उनकी जिम्मेदारी में भी बदलाव नहीं किया गया है।
सोमवार शाम को सभी मंत्रियों के विभाग के बंटवारे भी कर दिए गए हैं..
जहां मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बात करें, उन्हें कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया है, देश को एनडीए गठबंधन वाली नई सरकार मिल गई है। सोमवार शाम को सभी मंत्रियों के विभाग के बंटवारे भी कर दिए गए हैं। नई मोदी सरकार में मध्य प्रदेश से तीन कैबिनेट और दो राज्य मंत्री बनाए गए हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्रालय दिया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह डॉ. वीरेंद्र खटीक को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय दिया है। इसी तरह राज्य मंत्री बनाए गए दुर्गादास उईके को जनजातीयय मामलों और सावित्री ठाकुर को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय दिया गया है।
पीएम मोदी के बाद वे छठवें नंबर की कुर्सी पर आसीन थे शिवराज.
केंद्रीय मंत्री चौहान की बड़ी जीत, प्रदेश में भाजपा के क्लीन स्वीप वाले नीतीजे और शिवराज सिंह की छवि ने पार्टी में उनका कद और बढ़ा कर दिया है। पीएम मोदी और मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शिवराज सिंह मंच पर सबसे पहली पंक्ती में नजर आए। इतना ही नहीं पीएम मोदी के बाद वे छठवें नंबर की कुर्सी पर आसीन थे और इसी नंबर पर ही उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। वे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद बैठे थे। ऐसे में यह साफ है कि भाजपा में उनका कद काफी बड़ा हो गया है,मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए कई बढ़े काम किए हैं, जिसका उन्हें फायदा मिला है। उनके कार्यकाल में प्रदेश को सात बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिला है।
शिवराज द्वारा अधिकारियों के साथ की गई पहली अनौपचारिक बैठक..
केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अधिकारियों के साथ की गई पहली अनौपचारिक बैठक में कृषि मंत्रालय के सचिव मनोज आहूजा, ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव शैलेंद्र सिंह, भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी और कृषि मंत्रालय के उपसचिव तेजस्वी नायक शामिल थे। मध्य प्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके शिवराज का शासन में व्यापक अनुभव और ग्रामीण आबादी के साथ गहरा जुड़ाव रहा है। केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में चौहान की नियुक्ति से कृषि क्षेत्र और कृषक समुदाय के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने में सरकार के प्रयासों को नई गति मिलने की उम्मीद है, शायद मोदी सरकार ने इस पर विश्वास जताया है। रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा