आतंकी तहव्वुर राणा को कोर्ट में चुनौती देने वाला कौन? निर्भया और हेडली केस से जुड़ा नाम सामने आया…

मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाया गया है। राणा को अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में रखा गया है। वरिष्ठ वकील दयान कृष्णन एनआईए की ओर से अदालत में अभियोजन का नेतृत्व करेंगे। कृष्णन ने पहले 26/11 के सह-साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली के खिलाफ प्रत्यर्पण कार्यवाही का नेतृत्व किया था।

राणा के खिलाफ मामला

राणा पर 26/11 मुंबई हमले में शामिल होने का आरोप है, जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी। वह पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है और लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य था। राणा ने हमले से पहले मुंबई में दो दिन बिताए थे और पवई स्थित रेनेसां होटल में ठहरा था।

एनआईए की टीम

एनआईए की टीम में अनुभवी आपराधिक वकील और विशेष अभियोजक नरेंद्र मान भी शामिल हैं। मान पहले दिल्ली हाई कोर्ट में सीबीआई का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। कृष्णन और मान की टीम ने अमेरिकी न्यायपालिका के समक्ष ठोस सबूत पेश किए थे, जिसके कारण राणा की सभी अपीलें अमेरिकी कोर्ट में खारिज हो गईं।

कृष्णन का कानूनी करियर

दयान कृष्णन का कानूनी करियर करीब 30 साल का है। वह कई प्रमुख मामलों का हिस्सा रहे हैं, जिनमें 2001 का संसद हमला, कावेरी जल विवाद और निर्भया मामला शामिल है। कृष्णन को संवेदनशील और हाई-प्रोफाइल मामलों को संभालने के लिए जाने जाते हैं।

राणा की गिरफ्तारी और सजा

राणा को 2011 में दोषी ठहराया गया था और उसे 13 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। वह वर्तमान में लॉस एंजिलिस के एक मेट्रोपोलिटन डिटेंशन सेंटर में था। उसके प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार 2019 से कोशिश कर रही थी, जो अब जाकर सफल हुई है।

रिपोर्ट:- कनक चौहान

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