देश के पूर्वोत्तर राज्यों में स्थित मणिपुर जिसे प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। लेकिन आजकल मणिपुर जल रहा है आपको बता दे आरक्षण की मांग को लेकर म मणिपुर में 4 महीने से हिंसा जारी है।
इस हिंसा में लाखों लोग अपनी जान गवा चुके हैं महिला हो या पुरुष बच्चे हो या बूढ़े सभी इस हिंसा में जल रहे हैं।आए दिन मणिपुर राज्य देश में सुर्खियों में रहा है।
वहीं प्रशासन अपने स्तर पर कार्रवाई कर रहा है लेकिन हिंसा कर्मियों के सामने प्रशासन की एक ना चली और प्रशासन घुटने टेकने पर मजबूर हो गया।
मणिपुर की वह घटना जो आज भी इंसान की रू हिला देती है इंसानियत को झकझोर दिया दिया।
मणिपुर में दो महिलाओं को बिना कपड़ों के पूरे गांव में घुमाया गया इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
घटाना देश को शर्मसार किया संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर अमेरिकी संसद तक यह मुद्दा उठा संसद के सत्र में भी विपक्ष ने यह मुद्दा उठाया देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया और इस घटना को शर्मनाक बताया लेकिन मणिपुर के हालात अभी भी नहीं सुधरे राज्य में हिंसा लगातार जारी है।
देश के सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में खुद संज्ञान लिया सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने सरकार को आदेश दिए कि जल्द ही सरकार इस मामले में संज्ञान में नहीं तो सुप्रीम कोर्ट खुद इस मामले में कार्यवाही करेगा।
राज्य में हिंसा इतनी भड़की की मुख्यमंत्री के इस्तीफा तक की बता आ गई। पूरा देश मणिपुर के साथ खड़ा हो गया। महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए देश में जगह-जगह कैंडल मार्च निकाले गए। तो सोशल मीडिया पर भी खुलकर इसका समर्थन किया गया लोगों का कहना था कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा हो ताकि आगे मणिपुर हो या देश का कोई भी राज्य कहीं भी ऐसी घटना ना हो।
लेकिन इसी बीच आज एक घटना फिर से सामने आई है सोशल मीडिया पर जुलाई से लापता दो छात्रों के शव की तस्वीर सामने आई है जिस पर राज्य सरकार ने कार्रवाई का आदेश दिया है।
आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला—
गौरतलब है की मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दी जाने की मांग की विरोध में 3 में को मणिपुर के पर्वत जिलों में आदिवासी एकजुट मार्च के आंदोलन के बाद hinsa शुरू हो गई।
बता दे राज्य में अब तक 170 लोगों की जान जा चुकी है। तो हजारों लोग राज्य से विस्थापित हो चुके हैं।
इसी बीच घटना क्रम पर मणिपुर के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा है कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। दोनों छात्रों की पहचान 17 वर्षीय हिमाज लिंथोइंगामबी और 20 वर्षीय हिजाम हेमजीत के रूप में हुई है।
आपको बता दी सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में दो छात्र एक जंगल पड़े हुए दिख रहे हैं। देश सबसे बड़ी एजेंसी सीबीआई के साथ-साथ राज्य पुलिस भी अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
लेकिन सवाल यह है कि मणिपुर की जनता कब तक हिंसाओं का शिकार होती रहेगी। महिला और बच्चों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए हैं दोनों के जीते ज्यादा उदाहरण हमारे सामने है।
अब सरकार के सामने सवाल यह बनता है कि मणिपुर की इस हालात के लिए जिम्मेदार कौन है?