CJI डी वाई चंद्रचूड़ जाते-जाते दे गए देश को हाईटेक विदाई का तोहफा जिन्होंने देश को नए आयाम तक पहुंचा है…

अपनी गौरवशाली देश में, ऐसे- ऐसे विद्वान न्यायाधीश हुए हैं, जिन्होंने देश को नए आयाम तक पहुंचा है,मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की सोच से सुप्रीम कोर्ट का वॉर रूम बना है जो कोर्ट की हर गतिविधि पर नजर रखेगा.

भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर हो रहे हैं

इसका मुख्य कार्य प्रणाली न्यायिक व्यवस्था को मजबूत और ट्रांसपेरेंट बनाना है, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर हो रहे हैं. उनकी सेवानिवृत्ति से पहले सुप्रीम कोर्ट का ‘वॉर रूम’ चर्चा में बना हुआ है. यह वॉर रूम चंद्रचूड़ की सोच का नतीजा है और इसमें सबसे नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है,अगर बात इस वार रूम की बात करें तो, वॉर रूम में एक तरफ बड़ी वीडियो स्क्रीन लगी है, और दूसरी तरफ काम करने वाले लोगों के लिए कई कंप्यूटर और मॉनिटर हैं. यहां सुबह 8 बजे से काम शुरू हो जाता है, और पूरी टीम कोर्ट की हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रखती है.

इस वॉर रूम से सुप्रीम कोर्ट की सभी 17 अदालतों की कार्यवाही पर नजर रखते हैं

बता दे, टेक्नोलॉजी रजिस्ट्रार हरगुरवरिंदर सिंह जग्गी बताते हैं, ‘हम इस वॉर रूम से सुप्रीम कोर्ट की सभी 17 अदालतों की कार्यवाही पर नजर रखते हैं. संविधान पीठ की लाइव स्ट्रीमिंग सुचारू रहे, इसका खास ध्यान रखा जाता है. सबसे बड़ी चुनौती तब आती है जब कोर्ट में बड़े जनहित के मामले आते हैं और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सीमित क्षमता होती है. लेकिन अभी तक हमने सब कुछ अच्छे से संभाला है,लाइव स्ट्रीमिंग के बीटा वर्जन को लेकर भी काम चल रहा है. श्री जग्गी बताते हैं, ‘यह फिलहाल परीक्षण में है और हम इसे और बेहतर बनाने के लिए कार्यों में लगे हुए हैं

वॉर रूम सुप्रीम कोर्ट के कामकाज को और ज्यादा पारदर्शी और तेज बनाने की दिशा में एक अहम कदम है

यहां नेशनल जुडिशल डेटा ग्रिड कनेक्शन द्वारा जोड़ी गई जानकारियां हैं, जो पूरे देश के लंबित मामलों की लाइव जानकारी साझा करती है. यह वॉर रूम सुप्रीम कोर्ट के कामकाज को और ज्यादा पारदर्शी और तेज बनाने की दिशा में एक अहम कदम है, वॉर रूम एक कार्य प्रणाली का अहम हिस्सा है,जो आईटी टीम में शाहनवाज, तेजिंदर सिंह और पवन प्रथापा शामिल हैं. ये टीम केस फाइलिंग से लेकर मामले के निपटारे तक हर चीज पर नजर रखती है. ई-कोर्ट्स प्रोजेक्ट के प्रमुख अशिष जे शिरधोनकर ने भी इस वॉर रूम की अहमियत और इसकी तकनीकी बारीकियों को समझाया. मुख्य बात यह है CJI डी वाई चंद्रचूड़ अपने रिटायरमेंट से पहले उनके द्वारा भारतीय न्याय व्यवस्था को और आधुनिक और पारदर्शी बनाने की दिशा मिल का पत्थर साबित होगा!

रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा

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