बता दे,इस सर्वे का मकसद देश के मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता का आकलन करना है. इसमें हैरान कर देने वाले नतीजे सामने आए हैं. इन नेताओं की अपने राज्यों में लोकप्रियता का आकलन करने के उद्देश्य से एक मीडिया द्वारा किए गए हालिया सर्वेक्षण में से एक है.
इसका खुलासा हुआ है नेताओं की स्वीकार्यता का. इंडिया टुडे मूड ऑफ द नेशन (एमओटीएन) पोल में आकलन करने के उद्देश्य से हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में हुआ हैं, इस सर्वेक्षण के अनुसार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने मुख्यमंत्रियों के बीच लोकप्रियता रेटिंग के मामले में पांचवें पायदान पर हैं. इस सर्वेक्षण का उद्देश्य देश के मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता और स्वीकार्यता का आकलन करना था, जिससे कुछ दिलचस्प नतीजे सामने आए. नवीन पटनायक हैं पहले पायदान पर,
सर्वेक्षण की माने तो, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक 52.7 प्रतिशत की उल्लेखनीय लोकप्रियता रेटिंग के साथ सूची में शीर्ष पर हैं. जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 51.3 प्रतिशत लोकप्रियता रेटिंग के साथ दूसरा स्थान पर हैं.वहीं, तीसरे स्थान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हैं, जिन्होंने 48.6 प्रतिशत रेटिंग हासिल की है. जबकि चौथे स्थान पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल हैं, जिन्हें 42.6 प्रतिशत रेटिंग मिली है.
डॉ. माणिक साहा, सराहनीय 41.4 प्रतिशत लोकप्रियता रेटिंग के साथ पांचवें पायदान पर हैं.सर्वेक्षण के बाद, त्रिपुरा के लोगों ने मुख्यमंत्री साहा की सादगी, समर्पण, ईमानदारी और उनके नेतृत्व में की गई विकासात्मक प्रगति के लिए उनकी प्रशंसा की. इस बीच, दुकान चलाने वाले त्रिपुरा के एक स्थानीय निवासी और व्यवसायी ने मुख्यमंत्री साहा की प्रशंसा की और कहा कि मुख्यमंत्री साहा बहुत ईमानदार हैं, और हमेशा जमीनी स्तर पर काम करते हैं। वह किसी भी प्रकार की समस्या को हल करने के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं.
अगरतला के जगन्नाथ यहूदी मंदिर के वक्ती कमल संत महाराज ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री माणिक साहा अपने काम पर बहुत मेहनत कर रहे हैं. वह हमेशा प्रसन्न रहते हैं और भगवान के प्रति समर्पित रहते हैं. वह राज्य के हर व्यक्ति का ख्याल रखते हैं. वह ईमानदार हैं. एक सामाजिक कार्यकर्ता बिपिन देबबर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री साहा सभी वर्ग के लोगों, खासकर आदिवासी लोगों के लिए खास कार्य कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों में, हमने ऐसे आम लोगों को मुख्यमंत्री से इतनी सुविधाएं लेते नहीं देखा. वह हमेशा त्रिपुरा के जनजातीय लोगों के विकास के बारे में सोचते हैं, और उन्हें जमीनी स्तर से कैसे विकसित किया जाए, इस पर वह काम कर रहे हैं.
वही योगी आदित्यनाथ की पूरे भारत में इतनी लोकप्रियता की बड़ी वजह उनके शासन का नया मॉडल है. उनके शासन के मॉडल में कानून और व्यवस्था पर सख्त रुख के साथ हिंदुत्व की राजनीति का मिश्रण भी है. यूपी में 51.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने उनके काम पर संतुष्टि जताई है, जबकि पिछले सर्वे में उन्हें यहां 46.9 प्रतिशत लोगों का ही समर्थन मिला था.
रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा (रांची)