IAS पूजा खेडकर का अब क्या होगा? बर्खास्तगी होगी या जेल पूरे विवाद पर आया पिता का बयान…

आईएएस पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर भी प्रशासनिक सेवा में रहे हैं, इस पूरे मामले में अब दिलीप खेडकर ने भी अपना स्टेटमेंट दिया है. उनका कहना है कि इस तरह के मामलों की जांच करते समय हर पहलु पर ध्यान देना चाहिए, पूजा 2022 में यूपीएससी की परीक्षा दी और 2023 में 841वीं रैंक पाकर आईएएस अधिकारी बन गईं। महाराष्ट्र के पुणे में अपना प्रोबेशनरी पीरियड पूरा किया और ट्रांसफर होने के बाद वाशिम जिले में असिस्टेंट कलेक्टर बनकर पहुंच गईं। लेकिन कहानी महज इतनी नहीं है। पूजा खेडकर के साथ बहुत सारे विवाद खड़े हो गए हैं। आरोप हैं कि पूजा खेडकर ने पुणे में रहते हुए कई अधिकारियों को परेशान किया,अलग-अलग तरह की डिमांड की। यहीं नहीं, उन्होंने अपनी प्राइवेट ऑडी कार पर लाल बत्ती का इस्तेमाल किया। मीडिया में अधिकारियों से बातचीत की उनकी वॉट्सएप चैट भी सामने आई है।

पूजा खेडकर 2023 में UPSC परीक्षा में 841वीं रैंक प्राप्त कर IAS अफसर बनी थीं….
फिलहाल, आईएएस पूजा खेडकर चर्चा में हैं. वह महाराष्ट्र कैडर की प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी हैं. आईएएस ट्रेनिंग खत्म होने से पहले ही सरकारी क्वॉर्टर व गाड़ी की मांग करने की वजह से वह सुर्खियों में आईं थीं, पूजा खेडकर 2023 में UPSC परीक्षा में 841वीं रैंक प्राप्त कर IAS अफसर बनी थीं। हालांकि, पूजा अब विवादों में घिर गई हैं। उन पर पुणे में प्रोबेशनरी पीरियड के दौरान अधिकारियों को परेशान करने, अनुचित मांगें रखने और अपनी निजी कार पर लाल बत्ती लगाने जैसे आरोप लगे हैं। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।मामले की जांच हुई तो परत-दर-परत कई खुलासे हुए, वह अपनी निजी ऑडी कार पर सरकारी लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का चिह्न लेकर घूमती थीं. सिर्फ यही नहीं, उन्होंने खुद को गरीब और दृष्टिहीन भी बताया था।

पूजा के खिलाफ आरोपों पर एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अधिकारी जांच करेंगे....
दूसरा विवाद उनके ओबीसी नॉन क्रीमी लेकर कैटेगरी के एफिडेविट को लेकर है। दरअसल कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया है कि पूजा खेडकर के पिता के पास 40 करोड़ की संपत्ति है। वहीं, पूजा को भी करीब 22 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति का मालिक बताया जा रहा है। यूपीएससी में जमा किए गए इन दस्तावेजों पर विवाद खड़ा होने के बाद अब केंद्र सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। पूजा के खिलाफ आरोपों पर एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अधिकारी जांच करेंगे। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर का अब क्या होगा? क्या उन्हें बर्खास्त किया जाएगा या फिर उनकी नौकरी जारी रहेगी, सीनियर एडवोकेट शिवाजी शुक्ला की बात माने तो उन्होंने बताया कि जब सरकार का कोई कर्मचारी भ्रामक या फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करता है, तो सबसे पहले उसके रिपोर्टिंग अथॉरिटी के पास शिकायत दर्ज होती है। आईएएस पूजा खेडकर के मामले में रिपोर्टिंग अथॉरिटी चीफ सेक्रेटरी हैं। इनके पास शिकायत दर्ज होने के बाद पूजा खेडकर के खिलाफ विभागीय जांच होगी। केंद्र की तरफ से गुरुवार को ही मामले की जांच के लिए एक सदस्यीय पैनल बना दिया गया है।

हलफनामे में पूजा खेडकर ने दावा किया कि वह दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से बीमार हैं….

अगर पूजा खेडकर विभागीय जांच में दोषी पाई जाती हैं, तो अगला कदम उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई का होगा। विभागीय जांच के आधार पर पूजा के खिलाफ एक चार्जशीट बन सकती है, जो चीफ सेक्रेटरी को सौंपी जाएगी। इसके बाद मामले में कानूनी कार्रवाई की तरफ कदम बढ़ाए जाएंगे। विभागीय जांच के आधार पर भारतीय न्याय संहिता के मुताबिक, उनके खिलाफ धारा 318(4), धारा 336 (3) और धारा 340 (2) के तहत एफआईआर दर्ज हो सकती है। ये सभी धाराएं धोखाधड़ी, फर्जी डॉक्यूमेंट्स के जरिए जालसाजी और जाली डॉक्यूमेंट्स का वास्तविक तौर पर इस्तेमाल करने से जुड़ी हैं। उन्होंने खुद को दिव्यांग बताया है,मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, यूपीएससी को दिए गए अपने हलफनामे में पूजा खेडकर ने दावा किया कि वह दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से बीमार हैं. जानकारी के लिए बता दें, यूपीएससी परीक्षा में कम अंकों के बावजूद वंचित उम्मीदवारों को दी जाने वाली रियायतों की वजह से पूजा खेडकर IAS बन पाई हैं।

रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा

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