लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश कर दिया गया है। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने इस बिल को लोकसभा में पेश किया। इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय रखा गया है लेकिन सरकार ने कहा है कि अगर सदन की सहमति होगी तो चर्चा का वक्त बढ़ाया भी जा सकता है। सरकार की तरफ से आज ही चर्चा का जवाब भी दिया जाएगा। इससे पहले सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी कर आज सदन में मौजूद रहने को कहा था। इसी तरह से TDP, JDU, RLD ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर दिया है। उधर वक्फ बिल का विरोध करने के लिए विपक्ष भी लामबंद है।
यह किसी की जमीन छीनने का कानून नहीं-रिजिजू
किरेन रिजिजू ने कहा कि वक्फ का मामला धर्मिक व्यवस्था से जुड़ा नहीं है। यह प्रॉपर्टी के संरक्षण का मामला है। सरकार चाहती है कि वक्फ बोर्ड का मैनेजमेंट सुचारू तरीके से चले। जो प्रॉपर्टी रजिस्टर्ड है उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। किसी के जमीन छीनने का कानून नहीं है।
- नए संशोधनों की जरूरत पर क्यों पड़ी?
किरेन रिजिजू ने कहा कि यूपीए सरकार ने वक्फ कानून में बदलावों के जरिये इसे अन्य कानूनों से ऊपर कर दिया था, इसलिए नये संशोधनों की आवश्यकता पड़ी
दुनिया में सबसे ज्यादा वक्फ प्रॉपर्टी भारत में है-रिजिजू
किरेन रिजिजू ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा वक्फ प्रॉपर्टी भारत में है फिर भी हमारा मुसलमान गरीब क्यों है? क्यों मुसलमान शिक्षा से वंचित है, क्यों उनके पास रोजगार नहीं है? धर्म जाति से बाहर उतरकर के दिल से सोचिए। सदियों तक देश याद रखेगा कि कौन लोग इस बिल का समर्थन कर रहे थे और कौन लोग विरोध में खड़े थे। गरीब मुसलमानों के लिए वक्फ में संशोधन करना पड़ेगा।
मस्जिदों के मैनेजमेंट में दखल नहीं – किरेन रिजिजू
किरेन रिजिजू ने वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि सरकार किसी भी धर्म में हस्तक्षेप नहीं करना चाहती, हम मस्जिदों के मैनेजमेंट में दखल नहीं देना चाहते। रिजिजू ने कहा कि यह मस्जिद या धार्मिक क्रियाकलापों से जुड़ा मामला नहीं है, ये बस एक संपत्ति के मैनेजमेंट से जुड़ा विषय है। अगल कोई मुसलमान जकात देता है तो उसे पूछने वाले हम कौन होते हैं? हम तो बस उसके मैनेजमेंट से जुड़ी बात कर रहे हैं। इसका धार्मिक व्यवस्था से कोई लेना-देना नहीं है।