जयपुर
राजस्थान सरकार के 2025-26 के बजट पर बोलते हुए धरियावद विधायक थावर चंद ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को सदन में रखते हुए सरकार से कई अहम मांगें कीं। उन्होंने धरियावद राजकीय महाविद्यालय को स्नातकोत्तर में क्रमोन्नत करने, लसाड़िया व झल्लारा में नए महाविद्यालय खोलने, तथा धरियावद में कृषि व नर्सिंग कॉलेज स्थापित करने की घोषणा करने की मांग की।
बेरोजगारी और भर्ती प्रक्रिया पर सवाल
विधायक ने सरकार द्वारा घोषित 1.50 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह भर्तियां कब और किन विभागों में की जाएंगी।
बिजली समस्या और सिंचाई व्यवस्था पर चिंता
क्षेत्र में बिजली कटौती पर सवाल उठाते हुए विधायक ने कहा कि किसान जब मोटर चालू कर खेत पहुंचता है, तब तक बिजली बंद हो जाती है, जिससे पूरे साल किसान परेशान रहता है। उन्होंने मांग की कि मानगांव में JEN ऑफिस, मुंगाणा में AEN ऑफिस, तथा चरी, खूंता और घाटागांव में 33/11 केवी GSS की स्थापना की जाए।
इसके अलावा, उन्होंने नहरों की जर्जर स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि हाल ही में मुंगाणा, नाड, केशरियावद और साजनोत में नहरें टूट गई थीं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने नहरों के नवीनीकरण के लिए बजट आवंटन की मांग की।
खेल और सड़क अवसंरचना की मांग
विधायक ने सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि धरियावद को खेल स्टेडियम की सौगात मिली है, लेकिन मुंगाणा, झल्लारा और लसाड़िया में भी खेल स्टेडियम की घोषणा की जाए।
क्षेत्र में सड़कों की बदहाल स्थिति पर उन्होंने कहा कि सरकार ने 65 करोड़ की लागत से सड़कों को मंजूरी दी इस हेतु सरकार का धन्यवाद ! लेकिन धरियावद-बांसवाड़ा सड़क को स्टेट हाईवे घोषित कर निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कराने की मांग की। साथ ही माही नदी पर नरवाली पुल को हाई-लेवल पुल बनाने की आवश्यकता जताई।
विधायक ने अन्य प्रमुख सड़कों की मांग भी रखी, जिसमें बिलड़ीया (झरना) से वन नाका लसाड़िया वाया पिपलापाणी, झल्लारा-दौलपुरा से भैंसागढ़, मानपुर से बेड़ावल वाया कूकड़ा-पड़ुवां, बुडैल से केलाकुआं, तथा मोरीला से सरवणी तक सड़कों का निर्माण शामिल है।
शिक्षा और शिक्षकों के स्थानांतरण पर जोर
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 80% व्याख्याताओं और वरिष्ठ अध्यापकों के पद खाली हैं, जिससे स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। उन्होंने स्कूल भवनों के नवीनीकरण और शिक्षा पर बजट खर्च की स्पष्टता की मांग की।
3rd ग्रेड अध्यापकों के स्थानांतरण की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को एक ठोस पॉलिसी बनाकर शिक्षकों को राहत प्रदान करनी चाहिए।
नेटवर्क समस्या और मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग
गांवों में नेटवर्क समस्या पर चिंता जाहिर करते हुए विधायक ने कहा कि पहाड़ा, चरी, बेड़ावल जैसे इलाकों में मोबाइल टावर नहीं हैं, जिससे लोग सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
इसके अलावा, मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग उठाते हुए उन्होंने कहा कि यहां 1500 से अधिक आदिवासी शहीद हुए थे, और यह स्थल जालियांवाला बाग की तरह ऐतिहासिक महत्व रखता है।
नरेगा मजदूरों और MDM कुक के लिए मांगें
उन्होंने नरेगा मजदूरों के कार्य दिवस 200 दिन करने, नरेगा मेट को कैडर बनाकर स्थायी करने, तथा आंखों की स्कैनिंग की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की।
इसके साथ ही, उन्होंने MDM कुक का मानदेय 500 रुपये प्रतिदिन करने की भी मांग उठाई।
धरियावद के लिए अग्निशमन वाहन की मांग
विधायक ने कहा कि धरियावद के पास सीतामाता अभयारण्य में हर वर्ष गर्मियों में आग लग जाती है, जिससे वन्यजीवों और पेड़-पौधों को नुकसान होता है। इस स्थिति से निपटने के लिए उन्होंने धरियावद को अग्निशमन वाहन उपलब्ध कराने की मांग की।
विधायक ने सरकार से अनुरोध किया कि परिवर्तित बजट में इन सभी अहम मांगों को प्राथमिकता दी जाए, ताकि क्षेत्र के विकास में गति आ सके।