उत्तराखंड: होटल और रेस्टोरेंट व्यापारियों का धंधा हुआ मंदा।

देहरादून : उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने अनलॉक-2 में व्यापारियों को काफी राहत दी। तो वहीं खतरे को देखते हुए खतरे को देखते हुए होटलों एवं रेस्टोंरेंट लिए सख्त नियम लागू करते कर दिए हैं। होटल-रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति दी। वहीं चकराता के व्यापारियों के साथ पुलिस प्रशासन ने बैठक आयोजिक की थी जिसमे उन्हें होटल रेस्टोरेंट खोलने को लेकर नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए थे लेकिन होटल और रेस्टोरेंट व्यवसायियों ने होटल-रेस्टोंरेंट बंद रखने का फैसला किया है।कोरोना के कहर और सख्त नियमों को देखते हुए होटल और रेस्टोरेंट व्यापारियों ने फिलहाल होटल और रेस्टोरेंट को खोलने न खोलने का फैसला किया। उनका कहना है कि अनलॉक में सरकार ने जो गाइडलाइन दी है उसका पालन करना काफी कठिन है। इसलिए 31 जुलाई तक चकराता क्षेत्र के सभी होटल और रेस्टोरेंट बंद रहेंगे।

सूचना के अनुसार थानाध्यक्ष चकराता अनूप नयाल ने चकराता टूरिस्ट डेवलपमेंट एसोसिएशन के साथ थाने में एक बैठक आयोजित की थी जिसमें थानाध्यक्ष नयाल ने सभी होटल-रेस्टोरेंटों को सरकार के निर्देश के अनुसार होटल-रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति दी लेकिन थानाध्यक्ष ने सभी को गाइ़डलाइन का पालन करने की बात कही। साथ ही किसी भी तरह से लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी लेकिन टूरिस्ट डेवलपमेंट एसोसिएशन के व्यापारियों ने आपस चर्चा करने के बाद फैसला लिया कि वो होटल-रेस्टोरेंट बंद रखेंगे।उन्होंने कहा कि सरकार ने जो गाइडलाइन दी है उसकी शर्तों का पालन करना काफी कठिन है। कहा कि कोरोना का संक्रमण आये दिन देशभर में बढ़ता जा रहा है। ऐसे में बाहर से आने वाले पर्यटकों से होटल कर्मियों लेकर क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण बढ़ सकता है। जिसको देखते हुए एसोसिएशन ने 31 जुलाई तक होटल-रेस्टोरेंटों को बंद रखने का निर्णय लिया है। यदि 31 जुलाई के बाद परिस्थितियों में सुधार आता है तो होटलों एवं रेस्टोरेंट को खोल दिया जाएगा यदि परिस्थितियां नहीं बदली तो व्यापारियों को नियम का पालन करते हुए ही अपने होटल एवं रेस्टोरेंट को खोलने की अनुमति दी जाएगी।

Share
Now