उत्तराखंड: नवजात बेटी बनी जीने का सहारा, दी जाएगी 15 हजार रुपये की ..

‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की ब्रांड एंबेसडर डॉ. मनु शिवपुरी की पहल से देहरादून निवासी एक विधवा की मदद के लिए दून की दंपती ने हाथ बढ़ाया है !

महिला के पति की कोविड से मौत हो गई। पति का देहांत के पांच दिन बाद ही महिला ने बेटी को जन्म दिया। बेटी ही महिला के जीने का सहारा है।

डॉ. मनु शिवपुरी के मुताबिक देहरादून निवासी महिला के पति की 2 जून को कोविड से मौत हो गई।

7 जून को महिला ने बेटी को जन्म दिया। उसका पहले से एक बेटा है, जो पोलियो से ग्रसित है। माता-पिता वृद्ध हैं।

देहरादून की मित्तल दंपती ने विधवा की मदद के लिए प्रतिमाह 15 हजार रुपये खर्च उठाने की हामी भर दी। डॉ. मनु शिवपुरी ने बताया कि मदद करने वाली दंपती ने अपना नाम सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया।

अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि अमर उजाला के अपनत्व अभियान से भी इस महिला के बारे में जानकारी मिली थी और उसके बाद उसकी मदद के प्रयास शुरू किए थे। 

Share
Now