बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विवादित टिप्पणी पर बवाल खड़ा हो गया है।
इसके जंहा बाद से भाजपा हमलावर हो गई है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर रही है।
पार्टी का कहना है कि मंगलवार को जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए महिलाओं की शिक्षा के महत्व पर सीएम की टिप्पणी सबसे अधिक स्त्री-द्वेषी और अश्लील है।
इस बयान पर केंद्रीय मंत्री और बिहार से भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि कुमार ने अपनी टिप्पणी से लोकतंत्र की गरिमा और मर्यादा को धूमिल किया है।
चौबे ने कहा, ‘विधानसभा में इस तरह का बयान देना बहुत शर्मनाक है। ऐसा लगता है कि वह मानसिक रूप से बीमार हैं।’ उन्होंने कहा कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
आईए जानते हैं क्या है विवादित टिप्पणी–
मुख्यमंत्री ने जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए महिलाओं के बीच शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए राज्य विधानसभा में एक ज्वलंत विवरण रखा था। उन्होंने कहा था कि कैसे एक शिक्षित महिला अपने पति को संभोग के दौरान रोक सकती है।
सीएम ने देहाती अंदाज में कहा, ‘पति के कृत्यों के कारण अधिक बच्चे पैदा हुए। हालांकि, शिक्षित महिला जानती है कि उसे कैसे रोकना है, यही कारण है कि संख्या में कमी आ रही है।’
वहीं, भाजपा के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने राज्य विधानसभा में कुमार की टिप्पणियों की आलोचना करते हुए उन्हें ‘अशोभनीय और अश्लील’ बताया। उन्होंने कहा कि कुमार ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उम्र के उस पड़ाव पर पहुंच गए हैं। और महागठबंधन के नेताओं को गंभीरता से मुख्यमंत्री का इलाज कराने पर विचार करना चाहिए ताकि बिहार को हंसी का पात्र बनने से बचाया जा सके।’