- अखिलेश सरकार में पदोन्नति देकर बना दिए गए थे अपर जिला सूचना अधिकारी,
- नियम विरुद्ध पदोन्नति को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में दी गई थी चुनौती,
- न्यायालय के आदेश पर फिर से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अपने मूल पद पर लौटे अपर जिला सूचना अधिकारी,
- पदावनत किए गए कर्मचारी मथुरा, बरेली, फिरोजाबाद और भदोही में तैनात थे…
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से पदोन्नति पाकर अपर जिला सूचना अधिकारी बनकर दिमाग को सातवें आसमान पर चढ़ाए बैठे चार कर्मचारियों को नए साल पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तगड़ा झटका दिया है।
पत्रकारों पर जमा रहे थे धोंस
साहब बनकर पत्रकारों पर रौब गालिब कर रहे चार अपर जिला सूचना अधिकारी फिर से चपरासी बन गए। पदावनत किए गए मथुरा के अपर जिला सूचना अधिकारी विनोद कुमार शर्मा इस पद पर आने के बाद अपने कारनामों से इस हद तक विवादास्पद हो गए कि हाल ही में उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने इन पर प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में वाद दायर कर दिया, जिसे संज्ञान लेकर प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक, मथुरा डीएम सहित 6 लोगों को नोटिस जारी कर हाल ही में जवाब तलब किया।
इन पर गिरी गाज
उत्तर प्रदेश में जिला सूचना कार्यालय में तैनात जिन चार अपर जिला सूचना अधिकारी को पदावनत किया गया है, उनमें बरेली के नरसिंह पुनः चपरासी, फिरोजाबाद के दयाशंकर पुनः चौकीदार, मथुरा के विनोद कुमार शर्मा पुनः सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) व भदोही (संत कबीर नगर) के अनिल कुमार सिंह पुनः सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) हो गए हैं। अभी तक यह इन जनपदों में अपर जिला सूचना अधिकारी के पद पर तैनात थे। इनको वर्ष 2014 में पदोन्नति मिली थी जोकि एक शिकायत पर जांच में नियम विरुद्ध मानी गयी।

विनोद कुमार शर्मा की बड़ी और ज्यादा मुश्किलें
अब जनपद मथुरा के सूचना कार्यालय में तैनात विवादास्पद अपर जिला सूचना अधिकारी विनोद कुमार शर्मा की मुश्किलें बढ़ती जा रहीं हैं,जनपद में अपनी तैनाती के प्रथम दिवस से ही विवादों से चोली दामन का साथ रखने वाले विनोद कुमार शर्मा को एक ओर शासन ने वर्तमान में अपर जिला सूचना अधिकारी मथुरा के पद से पदावनत कर सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक के मूल पद (चतुर्थ श्रेणी स्तर ) पर वापस भेज दिया है,
वही पत्रकारों के अधिकारों के हनन और उत्पीड़न के मामले में विनोद कुमार शर्मा प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में की गई शिकायत में भी फंसे हुए हैं, उनकी विवादास्पद कार्यप्रणाली के चलते सूचना निदेशक और डीएम मथुरा तक को प्रेस काउंसिल आफ इंडिया का नोटिस मिलने के बाद जवाब देना पड़ रहा है।