विधान परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पांच सीटों पर शानदार जीत के साथ ही सियासी भूचाल आ गया है। राज्य के उद्धव ठाकरे की सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं
Uddhav Thackeray Government Crisis: शिवसेना के सीनियर नेता रहे एकनाथ शिंदे की बगावत ने उद्धव ठाकरे सरकार को गहरे संकट में ला दिया है। इसके चलते महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है। एकनाथ शिंदे तीन मंत्रियों समेत 26 विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में डेरा जमाए हुए हैं। इसके चलते उद्धव ठाकरे की गठबंधन सरकार मुश्किल में है और उनके सत्ता से बेदखल होने का भी संकट खड़ा हो गया है।
इस बीच शिवसेना ने कड़ा ऐक्शन लेते हुए एकनाथ शिंदे को पार्टी के विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। उनके स्थान पर सेवरी के विधायक अजय चौधरी को कमान दी गई है। वहीं एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के ऐक्शन के बाद उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘हम बालासाहेब ठाकरे के कट्टर शिवसैनिक हैं। बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व की सीख दी थी। हमने कभी इससे धोखा नहीं किया गया था और न ही कभी हिंदुत्व से गद्दारी करेंगे। हम बालासाहेब ठाकरे की सिखाई हुई बातों के साथ हैं
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच बताया जा रहा है कि शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर और रवि पाठक बागी विधायकों से मिलने सूरत स्थित होटल पहुंच चुके हैं जहां बागी नेताओं ने डेरा जमाया हुआ है। जानकारी सामने आ रही है कि मिलिंद और रवि पाठक ने एकनाथ शिंदे से भी मुलाकात की है।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि “बीजेपी को राज्यसभा और एमएलसी चुनावों के लिए निर्दलीय और छोटे राजनीतिक दलों से समर्थन मिला। हमारी जानकारी के अनुसार एकनाथ शिंदे और 35 विधायक जा चुके हैं। इसका मतलब है कि तकनीकी रूप से राज्य सरकार अल्पमत में है लेकिन व्यावहारिक रूप से सरकार को अल्पमत में होने में कुछ समय लगेगा