- उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में शुक्रवार को किसानों की महापंचायत हुई.
- इसमें फैसला किया गया कि मुजफ्फरनगर और पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से किसान शनिवार को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे.
- मुजफ्फरनगर महापंचायत में फैसला लिया गया कि अभी फौरन सीधा दिल्ली नहीं जाना है.
- गाजीपुर बॉर्डर पर पहले से ही बहुत लोग पहुंच गए हैं. शनिवार से लोग अपने-अपने हिसाब से दिल्ली जाएं और आंदोलन को मजबूत करें.
गाजीपुर बार्डर पर पुलिस की भारी घेराबंदी के बीच राकेश टिकैत का भावुक वीडियो सामने आने और मुजफ्फरनगर में उनके बड़े भाई नरेश टिकैत द्वारा महापंचायत बुलाए जाने के बाद आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली कूच करने वाले हैं।
कल महापंचायत में ही इसका ऐलान भी हुआ था। किसान सीधा एक साथ दिल्ली नहीं जाएंगे। उनसे कहा गया है कि अपने-अपने हिसाब से दिल्ली जाएं। वैसे 28 जनवरी की रात को राकेश टिकैट की भावुक अपील के बाद से अब तक बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर बार्डर पहुंच भी चुके हैं।
महापंचायत में फैसला किया गया है कि मुजफ्फरनगर और पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से किसान शननिवार को दिल्ली की ओर चलेंगे। अभी तुरंत दिल्ली नहीं जाकर अपने-अपने हिसाब से दिल्ली जाएंगे। गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत में भारी भीड़ जुटी थी। इसमें राजनीतिक दलों के नेता भी पहुंचे थे। राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी पहुंचे।
जयंत चौधरी ने किसान आंदोलन का साथ न देने वालों के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि, ‘मेरा प्रस्ताव ये है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का हु्क्का पानी बंद कर जो गाजीपुर, सिंघु बॉर्डर जहां पर बैठ सकता है बैठ जाएं और आंदोलन करें