खुद को मरा दिखाने के लिए अपने जैसी ही सहेली की कर दी थी हत्या! अब काले कारनामों की मिली सजा….

हरियाणा के पानीपत शहर के बहुचर्चित सिमरन हत्याकांड की दोषी ज्योति को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। ज्योति ने खुद को मरा दिखाने के लिए अपनी सहेली सिमरन की हत्या कर उसके चेहरे को तेजाब से जला दिया था ताकि वह पहचान में न आए। शव के पास अपना कॉलेज का आई कार्ड व मोबाइल छोड़ दिया था। पुलिस ने चार दिन बाद ही पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया था।

दोषी ज्योति पर अदालत ने 65 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया गया है। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश गगनदीप मितल की अदालत ने 26 गवाहों को सुनने के साढ़े पांच साल बाद फैसला सुनाया है। इस वारदात के दूसरे आरोपी ज्योति के प्रेमी कृष्ण निवासी गांव अटावला की नवंबर 2019 में जेल में टीबी से मौत हो गई थी।

2017 में सिमरन पुत्री आलोक दूबे एसडी कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह एनएसएस की स्वयं सेविका भी थी। एसडी कॉलेज का ही बीए तृतीय वर्ष का छात्र अटावला गांव निवासी कृष्ण पुत्र बिजेंद्र कॉलेज का एनएसएस इंचार्ज था।

जनवरी 2017 में आर्य कॉलेज में एनएसएस का कैंप लगा था। यहां कृष्ण की मुलाकात आर्य कॉलेज की बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ज्योति से हुई। दोनों में प्यार हो गया। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर दोनों ने प्लान बनाया कि वे अपनी कद काठी के एक युवक व युवती की हत्या करेंगे और फिर उनके चेहरे को झुलसा देंगे।

Share
Now