अलीगढ़ में देहली गेट थाना क्षेत्र के गोविंद नगर के एक युवक ने दीपावली पूजन के बाद सोमवार देर रात फांसी लगा ली। आत्महत्या के पीछे परिवार वालों ने थाना पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि युवक की लापता पत्नी को लेकर पुलिस युवक व उसकी मां को प्रताड़ित कर रही थी। पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों ने शव को पहले खैर रोड, उसके बाद थाने में रखकर प्रदर्शन किया।
35 वर्षीय रवि पुत्र स्व चुरामल निवासी खैर रोड, गोविंद नगर, देहली गेट व उसका भाई मोनू और मां देवी एक साथ रहते हैं। रवि कबाड़ का काम करता था। सोमवार को परिवार ने दीपावली का पूजन किया। इसके बाद रवि अपने कमरे में चला गया और देर रात उसने खुद को फांसी लगा ली। सुबह परिवार वालों ने शव फंदे पर लटका देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिवार को सौंप दिया।
शव को लेकर परिवार वाले खैर रोड स्थित लाल मस्जिद के सामने धरना प्रदर्शन करने लगे। यहां करीब एक घंटे तक हंगामा होता रहा। इसके बाद शव को रिक्शे में रखकर देहली गेट थाने ले आए। यहां थाने के भीतर शव रख दिया। परिवार की समर्थक महिलाएं थाने के भीतर बैठ गईं और कुछ महिलाएं चौराहे पर बैठकर प्रदर्शन करने लगीं।
सूचना मिलते ही थानों का फोर्स, एसपी सिटी, एडीएम सिटी, सीओ, सिटी मजिस्ट्रेट व कई मौके पर पहुंच गए। मृतक रवि की मां देवी ने अधिकारियों के समक्ष आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत का जिम्मेदार थाना इंस्पेक्टर व दरोगा है। रवि की पत्नी 26 मई को नगला महताब की रहने वाली गुलाबो के घर से गायब हुई थी। पुलिस ने बेटे की अर्जी पर सुनवाई न करते हुए उल्टा उसी पर कार्रवाई पर उत्पीड़न शुरू कर दिया था।
11 माह पहले हुई थी रवि की शादी :
रवि के परिवार वालों ने बताया कि नगला महताब की रहने वाली गुलाबो ने 11 माह पहले पूर्तिमा नाम की महिला, जो कि पश्चिम बंगाल की रहने वाली है, उससे रवि की शादी कराई थी। 26 मई को गुलाबो की बेटी की शादी थी। पूर्तिमा, गुलाबो के घर गई थी। वहीं से लापता हो गई।
इस संबंध में गुलाबो ने पूर्तिमा के मायके पक्ष से मिलकर रवि व उसकी मां के खिलाफ थाना पुलिस में मामला दर्ज करा दिया। जबकि रवि द्वारा पुलिस को दलील दी जा रही थी कि पूर्तिमा गुलाबो के घर से शादी समारोह के दौरान गायब हुई है। उसे शक है कि गुलाबों ने उसकी किसी दूसरी जगह शादी करा दी है। इस संबंध में गुलाबो से भी पूछताछ की जाए, लेकिन पुलिस ने रवि की एक बात नहीं सुनी।
पहले खैर रोड किया जाम फिर थाना में रखा शव :
रवि द्वारा आत्महत्या से गुस्साए परिजनों व उसके समर्थकों ने पोस्टमार्टम हाउस से शव ले जाने के बाद खैर रोड स्थित लाल मस्जिद के पास शव रखकर सड़क जाम कर दी। इसके बाद परिजनों ने तय किया कि शव को देहली गेट थाने में रख प्रदर्शन किया जाए। इसके बाद वह देहली गेट थाने पहुंच गए। अंदर शव को रख थाने को बंद कर दिया।
उसके बाद कुछ महिलाएं देहली गेट चौराहे व कुछ महिलाएं थाने के सामने व अंदर धरना प्रदर्शन करते हुए बैठ गईं। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हंगामा कर रहे लोगों को समझाने के लिए एसपी सिटी, सीओ, सिटी मजिस्ट्रेट कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे।
इंस्पेक्टर व दरोगा पर आरोप, निलंबन की मांग :
मृतक के परिवार वालों ने इंस्पेक्टर डीके सिसोदिया व थाने के दरोगा मुकेश पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कहा कि लगातार रवि व उसकी मां को परेशान किया जा रहा था। जबकि रवि ने गुमशुदगी दर्ज कराने की अर्जी दी थी। उस पर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की थी। परिवार वालों ने इंस्पेक्टर व दरोगा के निलंबन की मांग करते हुए इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की जिद अधिकारियों के सामने रख दी। अधिकारी लगातार परिवार को समझाने में जुटे रहे।
पुलिस पर थाने में बंद कर पिटाई करने का आरोप :
मृतक की मां देवी का आरोप है कि गुलाबो की शिकायत पर पुलिस उनके बेटे रवि और स्वयं उनके साथ अभद्रता, मारपीट करती थी। रवि को कई बार थाने पर ले जाकर हवालात में बंद किया गया और उसके साथ मारपीट की गई। इधर, मां को भी महिला पुलिसकर्मियों से थाने में पिटवाया गया। जबकि गुलाबो पर रवि की पत्नी को गायब करने अथवा दूसरी जगह उसकी शादी कराने का शक जाहिर किया गया था। मगर, पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया और गुलाबों की शिकायत पर उनके खिलाफ लगातार उत्पीड़न जारी रखा।
एसपी सिटी कुलदीप सिंह के अनुसार पांच माह पहले रवि की पत्नी लापता हुई थी। उसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। सिर्फ सामान्य पूछताछ के लिए रवि को एक माह पहले थाने बुलाया गया था। परिवार वाले जो भी आरोप लगा रहे हैं, उनकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।