- यूं तो विवादों से विधायक देशराज कर्णवाल का पुराना रिश्ता है। इस बार आपके अपने नाम के सामने जाति जोड़ने को लेकर चर्चा में हैं!
- विधायक देशराज अब अपने नाम के साथ जोड़े गए शब्द ‘चमार साहेब’ का पूरा मतलब भी बताते हैं.
- यही नहीं वे कहते हैं कि जिस तरीके से अन्य विधायक अपने नाम के आगे ठाकुर, शर्मा, अग्रवाल और रावत लिखते हैं।
- उसी तरह से अब मेरी (चमार साहेब)शब्द से पहचान होगी.
देहरादून. उत्तराखंड की राजनीति में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसमें एक विधायक ने अपने नाम में बदलाव किया है. दरअसल, (BJP) के झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने अपने नाम के साथ चमार साहेब (Chamar Saheb) शब्द को जोड़ा है. यानी अब विधायक देशराज कर्णवाल नहीं देशराज कर्णवाल चमार साहेब नाम से जाने जाएंगे.
यूं तो उत्तराखंड की राजनीति में कुछ न कुछ अजब- गजब होता ही रहता है, लेकिन जिस तरीके से एक विधायक ने अपने नाम के साथ चमार शब्द को जोड़ा है. उससे लगता है कि कहीं न कहीं यह राजनीति से जरूर जुड़ा मामला है

विधायक देशराज ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष से निवेदन किया था कि जिस प्रकार अन्य विधायक अपने उपनाम ठाकुर, शर्मा, अग्रवाल, रावत और नेगी अपने नाम के साथ लगाते हैं। ठीक उसी प्रकार मेरे नाम के साथ भी मेरी जाति उपनाम लगाने की इजाजत दें ‘देशराज कर्णवाल चमार साहब’ जिस पहचान से मेरे क्षेत्र की जनता मुझे पहचानती हैं..
अन्यथा सभी विधायकों के उपनाम को हटाया जाये। कहा कि यह संकल्प विधानसभा में लाया गया। लेकिन, न्याय विभाग ने सर्वोच्च न्यायालय का हवाला देते हुए मेरी मांग को अस्वीकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि न्याय विभाग के फैसले से मेरा सामाजिक समरसता और समानता को स्थापित करने का हौसला कम नहीं हुआ। प्रयास जारी रखे और अब सफल हुआ। विधायक ने कहा था कि पहले मेरा नाम संवैधानिक संस्थाओं में देशराज कर्णवाल था।
आज से मेरा संशोधित नाम भारत के राजपत्र के अनुसार विधानसभा उत्तराखंड के द्वारा देशराज कर्णवाल ‘चमार साहब’ हो गया है। जल्द उनका विधिवत नामकरण होगा।