इस बच्चे के थे चार हाथ, चार पैर जानें डॉक्टरों ने कैसे की सर्जरी

इंदौर के एमवाय अस्पताल में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां देवास की एक गर्भवती महिला कविता ने ऐसे बच्चे को जन्म दिया जिसके चार हाथ, चार पैर और सिर एक था। ये बच्चा हेट्रोफोगस बीमारी से ग्रसित था। झाबुआ का ये बच्चा 12 तारीख को इंदौर लाया गया, जिसे स्पेशल डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेट करने का फैसला लिया और सफलतापूर्वक सर्जरी कर बच्चे को नई जिंदगी दी। ऑपरेशन से मिली नई जिंदगी झाबुआ के बच्चे का जन्म घर मे ही हुआ था, बच्चे के माता पिता झाबुआ के ग्रामीण क्षेत्र में रहते है। गरीबी इतनी है कि स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहे।

जब बच्चे का जन्म हुआ तो उन्हें पता चला कि बच्चा सामान्य नहीं है। जिसके बाद उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल लाया गया जो हमेशा सुर्खियों में रहता है. जहां स्पेशल डॉक्टरों की टीम ने बच्चे को ऑपरेट करने का फैसला लिया और सफलतापूर्वक सर्जरी कर बच्चे को बचाया जा सका 5 से 7 लाख रुपये आता खर्च डॉक्टर बृजेश लाहौटी के मुताबिक इस तरह की बीमारी में दो बच्चे एक-दूसरे से जुड़े रहते है। 10 से 20 लाख बच्चों में से एक को होती है। जिसके इलाज में कम से कम 5 से 7 लाख रुपए का खर्च आता है। बता दें कि पूरी दुनिया में इस तरह के 60 बच्चे अब तक पैदा हुए है। एमवाय अस्पताल में 25 सालों में इस तरह का ये पांचवा ऑपरेशन किया गया है.

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