झालावाड़ से ब्यूरो चीफ आसिफ शेरवानी की रिपोर्ट
जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने किया ब्लैक आउट के दौरान लाइट बंद रखने का अनुरोध
झालावाड़, 6 मई। केंद्र व राज्य सरकार के निर्देश पर तैयारी के लिए 7 मई 2025 (बुधवार) को झालावाड़ जिले में 15 मिनट का ब्लैकआउट अभ्यास प्रस्तावित है। इस दौरान नागरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिले भर में ब्लैकआउट का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है।
जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक की अपील
जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ और पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने झालावाड़ के नागरिकों से अपील है कि इस महत्वपूर्ण अभ्यास में पूर्ण सहयोग दें। आमजन से निवेदन है कि वे पैनिक न हों। यह एक जागरूकता कार्यक्रम है। यह न केवल हमारी तैयारी को दर्शाएगा बल्कि आपदा की स्थिति में जीवन रक्षा हेतु आवश्यक अभ्यास है।आपका अनुशासन ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। अफवाहों से बचें, प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें और जागरूक नागरिक की भूमिका निभाएँ।
ब्लैकआउट क्या होता है?
ब्लैकआउट एक सुरक्षा अभ्यास है, जिसमें किसी आपदा, विशेषकर हवाई हमले या युद्ध की आशंका के समय सभी प्रकार की रोशनी को बंद कर दिया जाता है, ताकि दुश्मन किसी रिहायशी या रणनीतिक स्थान की पहचान न कर सके।
ब्लैकआउट की अवधि में पालन किए जाने वाले निर्देश
- रात को अलार्म बजने पर 15 मिनट के लिए अपने घर, प्रतिष्ठान और संस्थानों की सभी लाइटें बंद करें।
- केवल सरकारी व निजी अस्पताल और आवश्यक आपातकालीन सेवाओं को इस ब्लैकआउट से छूट दी गई है।
- खिड़कियां व दरवाज़े बंद रखें, पर्दे या काले कपड़े लगाकर किसी भी प्रकार की रोशनी बाहर न जाने दें।
- जनरेटर, सोलर लाइट या अन्य वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत भी बंद रखें।
- सायरन बजने के संकेत पर तैयार रहें – फायर ब्रिगेड, पुलिस, एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहन अपने
सायरन के माध्यम से संकेत देंगे।
रेलवे स्टेशन, मॉल, बाजार एवं सार्वजनिक स्थल भी 15 मिनट के लिए अंधेरे में रहेंगे। - वाहन चालक 15 मिनट के लिए वाहन रोकें, हेडलाइट बंद रखें।
