गंडक प्रोजेक्ट के सरकारी रिक्त पड़े हुए जमीन पर अतिक्रमण-अधीक्षण अभियंता कर रहे बल्ले बल्ले…

रिपोर्टर-राजेश पाण्डेय
जिला-पश्चिम चंपारण

बाल्मीकिनगर स्थित जल संसाधन विभाग के उक्त खाली जमीन पर भवन निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा है लेकिन:अधीक्षक अभियंता मोन व्रत धारण किये हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बाल्मीकिनगर थ्री आर डी पुल से लेकर गोलचोक स्थित जाने वाले मुख्य पथ मार्ग के दोनों छोर पर अधिकारियों के आवागमन एवं देख कर नजर अंदाज करके चले जाते हैं लेकिन भू माफिया को देख कर भी रोक टोक नहीं करते है और पत्रकार के द्वारा जाँच पड़ताल के क्रम में अधीक्षक अभियंता से सवाल जवाब करने में चुप्पी साध कर अपने सरकारी गाड़ी पर बैठ कर आवास चले जाते हैं।


सवाल है कि चुप्पी साधे हुए अधीक्षक अभियंता के सामने बन रहे भवन निर्माण कार्य में रुपया का लेनदेन चोरी चुपके से औने-पौने रुपयों में खरीद रहे है, तभी तो स्थल पर से अधीक्षण अभियंता गाड़ी पर बैठ कर फुर-फुरफुराते चले जाते है और तभी तो कहते हैं कि बिहार में का बा-तो जवाब है कि बहार बा नीतीश सरकार के।


सिंचाई विभाग की जमीन पर बढ़ रहा है अतिक्रमण का दायरा-अधिकारी मौन


वाल्मीकिनगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सिंचाई विभाग की उक्त भू-जमीन पर अतिक्रमण का दायरा नित्य प्रति दिन बढ़ता जा रहा है।
वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह ने हाल फिलहाल में बाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने एवं जल-संसाधन विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने के क्रम में कई अधिकारियों की क्लास भी की गई थी लेकिन मंत्री जी गए और उनके आदर्शों को कजड़े के ढ़ेर में डाल दिया गया है।
सिचाई विभाग की उक्त खाली जमीन भी लोंगो ने कब्जा कर ली है। विभाग इसको लेकर उदासीन नजर बना हुआ है।
विभागीय उदासीनता का आलम यह है कि लोग अब बाल्मीकिनगर में बने नहर समीप (बाँध) पर भी कब्जा कर जुग्गी झोपड़ी बनाने का काम कर रहे हैं लेकिन विभाग के अधिकारी इस मामले में आंख बंद कर बैठे हुए हैं लेकिन अतिक्रमण की गई जमीनों की कीमत करोड़ो में आंकी गई है

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