बिल्की़स बानो मामले में आया निर्णय भविष्य के लिये नज़ीर बनेगा : मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी

कानपुर : जमीयत उलेमा उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी ने बिल्की़स बानो मामले में आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए मक्का शहर से जारी अपने बयान में बताया कि यह कानून के शासन और न्याय की जीत है और इस स्पष्ट संदेश है कि न्याय पर किसी प्रकार से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। विश्वास है कि यह फैसला भविष्य के लिये नज़ीर बनेगा कि सरकारों को न्याय करने में तटस्थ रहना चाहिए तथा दुष्कर्म और क़त्लेआम जैसे घिनावने जुर्म की संवेदनशीलता से बेपरवाह नहीं होना चाहिए।
मालूम हो कि बिल्क़ीस बानो केस के 11 मुजरिमों की रिहाई से सम्बन्धित गुजरात सरकार के निर्णय पर रोक लगा दी है। याद रहे कि तीन मार्च 2002 को गुजरात दंगे के दौरान एक भीड़ ने बिल्क़ीस बानो के साथ सामूहिक दरिंदगी की थी और खानदान के कई लोगों को क़त्ल कर दिया था।
मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी ने जमीयत उलेमा हिन्द के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी के हवाले से बताया कि बिल्क़ीस बानो मामला एक लम्बे संघर्ष और कुर्बानियों से भरा हुआ है, जमीयत उलेमा हिन्द ने गुजरात दंगा पीड़ितों के लिये जहां तीस से अधिक कालोनियां निर्मित कीं, वहीं बिल्की़स बानों समेत कई पीड़ितों के मुक़दमे लड़े। गुजरात दंगे के दौरान रंधीरपुर दाहोद ज़िले में दंगाइयों ने क़ैसरपुरा के आसपास 18 लोगों को शहीद किया। बिल्क़ीस और उसकी 7 सहेलियों के साथ दरिंदों ने सामूहिक दरिंदगी की। बिल्क़ीस की लड़की को चीर कर आग में डाला गया। गुजरात पुलिस ने जांच में कोताही बरती, उसकी वजह से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंपी। गुजरात सरकार के रवैये की वजह से बिल्क़ीस बानो का केस मुम्बई हाई कोर्ट स्थानांन्तरण हो गया। जहां जमीयत उलेमा हिन्द और जन विकास नाम की संस्था ने मुक़दमों की पैरवी की, साथ ही रंधीकपुर के लोगों के लिये बारिया नामक क़स्बे में ‘रहीमाबाद’ के नाम से जमीयत ने एक कालोनी निर्मित की जहां बिल्क़ीस बानो अपने पति के साथ रहने लगी। अभी 2022 में जब उन मुजरिमों की रिहाई हुई तो गांव में खौफ का माहौल पैदा हो गया था, इस अवसर जमीयत उलेमा के प्रतिनिधिमण्डल ने महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन क़ासमी के नेतृत्व में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और हर सम्भव सहायता का भरोसा दिया था।

Share
Now